फीफा वर्ल्ड कप 2018 के पहले नॉकआउट मुकाबले में फ्रांस ने अर्जेंटीना को 4-3 से हराकर टूर्नामेंट से बाहर धकेल दिया है. इस जीत के साथ फ्रांस की टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई है. अपना आखिरी वर्ल्ड कप खेल रहे लियोनेल मेसी मैच में एक भी गोल नहीं कर पाए. इतिहास में पहली बार फ्रांस ने किसी वर्ल्ड कप मुकाबले में अर्जेंटीना को हराया है. फ्रांस की ओर से 19 साल के एमबापे ने दो गोल किए.
खेल की शुरुआत में फ्रांस के लिए ए. ग्रेजमैन ने खेल के 13वें मिनट में पेनल्टी किक के जरिए गोल दागा और अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई. इसके बाद अर्जेंटीना की टीम ने कई आक्रमण किए और आखिरकार 41वें मिनट में एंजेलो डी मारिया ने लेफ्ट किक से बेहतरीन मैदानी गोल दागते हुए स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया. यह स्कोर हाफ टाइम तक बरकरार रहा.
दूसरे हाफ में दे-दनादन गोल
दूसरे हाफ की शुरुआत में ही अर्जेंटीना के गबरेल मर्काडो ने 48वें मिनट में गोल दागा. अर्जेंटीना की टीम 2-1 से आगे हो गई और मैदान पर मौजूद उनके दर्शक खुशी से झूम उठे. लेकिन इसके बाद फ्रांस की टीम ने मैच में ऐसी जबरदस्त वापसी की कि साउथ अमेरिकन टीम के होश उड़ गए. एक के बाद एक तीन गोल दागकर फ्रांस ने मैच पर अपनी पूरी पकड़ बना ली.
11 मिनट के अंदर फ्रांस ने तीन गोल दागे. 57वें मिनट में बैंजामिन पवार्ड ने शानदार मैदानी गोल दाग फ्रांस को फिर से 2-2 की बराबरी पर ला दिया. बराबरी के बाद सिर्फ छह मिनट ही गुजरे थे कि के 19 साल के युवा एमबापे ने एक और गोल दाग फ्रांस को 3-2 से आगे कर दिया. इस गोल ने फ्रांस का मनोबल इतना बढ़ाया कि फ्रांसिसी टीम ने एक और हमला करते हुए अर्जेंटीना के खिलाफ चौथा गोल कर डाला. यह गोल भी चार मिनट बाद ही के. एमबापे ने किया.
उसके बाद मेसी, डी मारिया समेत पूरी अर्जेंटीना की टीम कोशिश करती रही लेकिन वक्त उनके हाथ से जाता रहा. आखिर में फील्ड रेफरी ने 4 मिनट का इंजरी टाइम दिया और 93वें मिनट में अर्जेंटीना ने सभी को हैरान करते हुए तीसरा गोल ठोककर सनसनी फैला दी. सर्जियो एग्वेरो ने गोल मारा. लेकिन आखिरी मिनट तक लड़ने के बावजूद 2014 के रनरअप अर्जेंटीना का सपना टूट गया.
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