32 साल बाद वर्ल्ड कप सेमीफइनल में पहुंची बेल्जियम का सफर थम चुका है. फुटबॉल वर्ल्ड कप के पहले सेमीफाइनल में मंगलवार को फ्रांस ने बेल्जियम को 1-0 से हरा दिया. सेंट पीटर्सबर्ग स्टेडियम में खेले गए इस मैच में जीत के साथ ही फ्रांस ने तीसरी बार वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बना ली है. इससे पहले 1998 और 2006 में वह फाइनल खेल चुका है.
‘गोल्डन जेनरेशन’ बेल्जियम की फाइनल में नो एंट्री
‘गोल्डन जेनरेशन’ कही जाने वाली बेल्जियम खेल के 51वें मिनट में कमजोर पड़ी और खेल खत्म होते-होते फाइनल में पहुंचने का उसका सपना टूट भी गया. दरअसल, 51वें मिनट पर फ्रांस के ग्रिजमैन ने कॉर्नर किक मारा, जिसपर फ्रांस के ही उमटिटी ने बेल्जियम के मारोएन फेलाइनी को पछाड़ते हुए हवा में उड़े और अपने सिर से गेंद को गोल पोस्ट में पहुंचा दिया. जिसकी बदौलत फ्रांस को 1-0 से बढ़त मिल गई. इसके साथ ही बेल्जियम का 24 मैचों का अजेय अभियान भी थम गया.
बेल्जियम ने इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा गोल किए हैं. इस पूरे वर्ल्ड कप में बेल्जियम ने कुल 14 गोल किए हैं. बेल्जियम ने वर्ल्ड कप के दूसरे क्वार्टर फाइनल में पांच बार की चैंपियन ब्राजील को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी.
वर्ल्ड कप में फ्रांस का इतिहास
फ्रांस पिछले 20 साल में सबसे ज्यादा बार फाइनल में पहुंचने वाली टीम बन गई है. फ्रांस पिछले 6 वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा 3 बार फाइनल में पहुंचने वाली टीम है. उनके बाद ब्राजील और जर्मनी ने 2-2 बार फाइनल में अपनी जगह बनाई. वहीं इटली, स्पेन, नीदरलैंड और अर्जेंटीना 1-1 बार ऐसा कर चुका है.
इससे पहले फ्रांस 1998 और 2006 में फाइनल में पहुंचा चुका है. 1998 में अपने ही देश में खेले गए वर्ल्ड कप में फ्रांस चैंपियन बना था, लेकिन साल 2006 में जर्मनी में खेले गए वर्ल्ड कप में उसे इटली के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा था.
खेल का हाल
यह मैच फ्रांस के मजबूत डिफेंस और इस वर्ल्ड कप में अभी तक सबसे ज्यादा गोल करने वाली बेल्जियम की फॉरवर्ड लाइन के बीच का मैच था. मैच के पांचवें मिनट में बेल्जियम ने अच्छा मूव बनाया और गेंद बाएं छोर पर एडन हेजार्ड के पास पहुंची, लेकिन उनके क्रास को फ्रांस के डिफेंडरों ने बाहर कर दिया, जिससे बेल्जियम को कार्नर किक मिली.
हालांकि बेल्जियम की टीम नासेर चाडली के दिशाहीन शाट की वजह से कार्नर किक का फायदा नहीं उठा सकी. फ्रांस ने भी अगले ही 5 मिनट में मतलब खेल के 10वें मिनट पर गोल की कोशिश की. लेकिन बेल्जियम के मजबूत डिफेन्स के सामने फ्रांस की कोशिश बेदम दिखी.
फर्स्ट हाफ तक नहीं हुए एक भी गोल
फर्स्ट हाफ तक दोनों में से किसी को भी कामयाबी हासिल नहीं हो सकी. लेकिन सेकंड हाफ का खेल शुरू होते ही फ्रांस की रणनीति में बदलाव दिखी और फिर रणनीति गोल में बदल गई. इस मैच का इकलौता गोल 51वें मिनट में आया.
हालांकि इसके बाद दोनों टीमें ही गोल के ताक में दिखी. लेकिन दोनों में से किसी को भी कामयाबी नहीं मिली. और फिर पहली बार वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया.
फाइनल में फ्रांस का सामना इंग्लैंड और क्रोएशिया के बीच बुधवार को होने वाले दूसरे सेमीफाइनल मैच की विजेता से होगा.
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