रूस 21वें फुटबॉल वर्ल्ड कप के दौरान आतंकवाद या दंगे जैसे दोहरे खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. रूस वायु सुरक्षा प्रणाली लगाने के साथ-साथ आने वाले दर्शकों की कड़ी जांच करेगा.
रूस को 2010 में जब इस टूर्नामेंट की मेजबानी सौंपी गई थी, तब भी वहां दंगे-फसाद से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था.
रूस जाने वाले दर्शकों को वर्ल्ड कप की मेजबानी करने वाले 12 शहरों में से कहीं भी पहुंचने पर पुलिस के पास रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसके साथ ही जलमार्गों से होने वाली यातायात में कटौती की गई हैं, ताकि सुरक्षाबलों को हालात पर नजर रखने में आसानी हो.
पहले मुकाबले के दौरान 30,000 सुरक्षाबल तैनात
वर्ल्ड कप में रूस और सऊदी अरब के बीच होने वाले पहले मुकाबले के लिए लुजनिकी स्टेडियम की सुरक्षा के लिए कम से कम 30,000 सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है. लड़ाकू विमानों की टीम मास्को के पास तैयार रहेगी. वायुसेना संदिग्ध विमान के लिए अलर्ट पर रहेगी.
एफएसबी डॉमेस्टिक सिक्योरिटी सर्विस के प्रमुख एलेक्सी लावरिशचेव ने कहा, ‘‘कई सालों की तैयारी के बाद हमने ऐसी सुरक्षा योजना तैयार की है. हम सुरक्षा की किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है."
बता दें, 14 जून, 2018 को शाम 8.30 बजे फुटबॉल का महासंग्राम शुरू हो जाएगा. इस बार टूर्नामेंट में 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं. 32 टीमों को 8 अलग-अलग ग्रुप में बांटा गया है. हर एक ग्रुप में से दो टॉप टीमें प्री-क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचेंगी और दो टूर्नामेंट से बाहर हो जाएंगी. टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में होस्ट देश रूस की टक्कर सऊदी अरब से होगी. रूस में दो देश अपना वर्ल्ड कप डेब्यू करेंगे. आइसलैंड और पनामा पहली बार फुटबॉल वर्ल्ड कप खेलने जा रहे हैं.
(इनपुट: भाषा)
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