क्रोएशिया के पूर्व खिलाड़ी इगोर स्टीमैच को बुधवार को अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने भारत की पुरुष टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया.
एआईएफएफ के अनुसार, स्टीमैच को दो साल का कॉन्ट्रेक्ट दिया गया है. उन्हें कोचिंग समेत क्रोएशिया और इंटरनेशनल लेवल पर फुटबॉल और प्लेयर्स को कोचिंग देने का 18 साल से ज्यादा का अनुभव है.
एक कोच के रूप में स्टीमैच की सबसे बड़ी उपलब्धि क्रोएशिया को 2014 फीफा विश्व कप के लिए क्वालीफाई कराना है. राष्ट्रीय टीम के कोच के रूप में उन्होंने मैटियो कोवासिच, एंटे रेबिच, एलेन हलीलोविच और इवान पेरेसिच समेत कई खिलाड़ियों को उनका पहला मैच खेलने का मौका दिया और ये क्रोएशिया की टीम के नियमित रूप से शामिल होते रहे हैं.
स्टीमैच, बतौर खिलाड़ी क्रोएशिया की उस टीम का हिस्सा थे, जो 1998 वर्ल्ड कप में तीसरे स्थान पर रही थी.
इगोर का स्वागत करते हुए एआईएफएफ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा-
“ब्लू टाइगर्स का कोच बनने के लिए इगोर सही उम्मीदवार हैं. मैं उनका स्वागत करता हूं. भारतीय फुटबाल बदलाव के दौर से गुजर रहा है और मुझे विश्वास है कि उनका अनुभव हमें आगे ले जाएगा.”
अपनी नियुक्ति पर स्टीमैच ने कहा कि वो इस भरोसे के लिए शुक्रगुजार हैं और सबके साथ मिलकर इस मिशन को पूरा करने के लिए तैयार हैं.
“आखिरकार ये नया सफर शुरू हो रहा है. मुझ पर भरोसा जताने के लिए भारतीय फुटबॉल का धन्यवाद. मैं काफी उत्सुक हूं और हम सब मिलकर ये मिशन पूरा करेंगे. ये सब तभी संभव है अगर इस खूबसूरत देश में हम सब मैदान में और मैदान के बाहर मिलकर काम करें. नमस्ते”इगोर स्टीमैच
कॉन्सटेंटाइन ने छोड़ा था पद
इस साल की शुरुआत में एएफसी एशियन कप के बाद स्टीफन कॉन्स्टेनटाइन ने मुख्य कोच के पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बादे एआईएफएफ ने करीब 250 नामों पर विचार किया.
एआईएफएफ की तकनीकी समिति ने चार उम्मीदवारों को चुना और उन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाया. स्टीमैच के अलावा स्पेन के एल्बर्ट रोका, स्वीडन के हकान एरिकसन और दक्षिण कोरिया के ली मिन सुंग का इंटरव्यू लिया गया. इसके बाद, श्याम थापा की अध्यक्षता वाली तकनीकी समिति ने स्टीमैच के नाम को मंजूरी के लिए कार्यकारी समिति के पास भेजा.
श्याम थापा ने कहा-
“स्टीमैच के नाम पर तकनीकी समिति के सभी सदस्य राजी हुए थे. तकनीकी निदेशक इसाक डोरू उनसे बहुत प्रभावित थे. वह विश्व कप में खेल चुके हैं और एक कोच के रूप में भी क्रोएशिया को विश्व कप तक पहुंचाया है. वह इस बात से भी काफी प्रभावित हुए कि स्टीमैच भारतीय फुटबाल पर बहुत अच्छी रिसर्च करके आए थे.”
स्टीमैच जल्द ही टीम इंडिया के साथ जुड़ेंगे, जहां उनका पहला टूर्नामेंट थाईलैंड में पांच जून से शुरू होने वाला किंग्स कप होगा.
(IANS इनपुट्स के साथ)
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