ADVERTISEMENTREMOVE AD

अश्विन को ट्रोल करने के चक्कर में गिब्स खुद की बेइज्जती करा बैठे!

अश्विन और गिब्स के बीच ट्विटर पर घमासान

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

द. अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर हर्शल गिब्स ने ट्विटर पर भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को ट्रोल करने की कोशिश की लेकिन बदले में उन्हें ऐसा जवाब मिला तो गिब्स धुआं-धुआं हो गए. गिब्स ने अश्विन की रनिंग को लेकर ट्वीट किया तो अश्विन ने उनपर फिक्सिंग को लेकर हमला बोल दिया. एक तरीके से दोनों दिग्गजों के बीच तू-तू...मैं-मैं ही हो गई.

दरअसल अश्विन ने Nike कंपनी के नए रनिंग शूज को लेकर एक प्रमोशनल ट्वीट किया. इस ट्ववीट पर रिप्लाई करते हुए हर्शल गिब्स ने लिखा कि उम्मीद हैं अब अश्विन इन जूतों को पहनकर थोड़ा तेज दौड़ने लगेंगे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

गिब्स का ये ट्वीट पढ़कर अश्विन शायद थोड़ा गुस्सा हो गए और उन्होंने रिप्लाई ऐसा किया कि गिब्स ने भी नहीं सोचा होगा. हम सभी जानते हैं कि मैच फिक्सिंग कांड से हर्शल गिब्स का नाता रहा है. फिक्सिंग के आरोपों के बाद गिब्स पर 6 महीने का प्रतिबंध भी लगा था, बस अश्विन इस द. अफ्रीकी खिलाड़ी की उसी दुखदी रग पर हाथ रख दिया.

अश्विन ने रिप्लाई करते हुए लिखा, “ हां दोस्त, जितने तुम फास्ट थे उतना तो नहीं लेकिन मैं एक बहुत अच्छे ईमानदार दिमाग वाला आदमी हूं जो अपना पेट भरने के लिए मैच फिक्स नहीं करता”
अश्विन और गिब्स के बीच ट्विटर पर घमासान

अश्विन के इस रिप्लाई के बाद गिब्स ने लिखा कि वो तो सिर्फ मजाक कर रहे थे, जिसके बाद अश्विन ने भी लिखा कि वो और दूसरे लोग उनकी बात को अन्यथा न लें, वो भी सिर्फ मजाक के ही मूड में थे.

इसके कुछ देर बाद अश्विन ने एक बार फिर एक और ट्वीट कर अपनी बात को रखा. “जो चीजें मेरे लिए संवेदनशील है, वो किसी दूसरे के लिए नहीं होंगी, और जो चीजें आपके लिए संवेदनशील हैं वह मेरे लिए नहीं होंगी. मैं अपने फैन्स का आदर करना चाहता हूं और इस ट्वीट के क्रम को यहीं खत्म करते हैं और इस तरह मेरे सभी विरोधियों के लिए यह मनोरंजन यहीं खत्म होता है. फिर मिलते हैं”

आपको बता दें कि हर्शल गिब्स का नाम मैच फिक्सिंग में तब सामने आया था, जब साउथ अफ्रीकी टीम साल 2000 में अपने भारत दौरे पर थी. यह टीम साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिया की कप्तानी में भारत आई थी, तब बुकीज के साथ मैच फिक्सिंग में गिब्स की भूमिका की बात सामने आई थी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×