भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वान्डरर्स की खतरनाक होती पिच के कारण तीसरे दिन का खेल रोक दिया गया था, लेकिन अब चौथे दिन का खेल अपने सही समय से शुरू हो रहा है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल दूसरी पारी में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के सामने 241 रनों का लक्ष्य रखा है. जिसके जवाब में बल्लेबाजी करने दक्षिण अफ्रीका की टीम पिच के उछाल के सामने बेबस नजर आई.
तीसरे दिन के आखिरी सेशन में टीम इंडिया के फास्ट बॉलर जसप्रीत बुमराह ने एक बाउंसर फेंका. जो सीधे अफ्रीकी बल्लेबाज एल्गर के सिर पर जा लगी. एल्गर ने हेलमेट लगाया हुआ था. फिर भी बॉल सीधा हेलमेट के सामने वाले हिस्से में इतनी तेज लगी की एल्गर के लिए उनके फिजियो को मैदान पर बुलाना पड़ गया. एल्गर को बर्फ से सेकाई भी की गई, तब जाकर उन्हें आराम मिला. लेकिन उसके बाद अंपायरों ने खेल रोक दिया.
अंपायर अलीम डार और इयन गोल्ड ने मैच रेफरी को मैदान पर बुलाकर भारत के कैप्टन विराट कोहली से साथ पिच के हालात पर चर्चा की. जिसके बाद अंपायर ने खेल रोकने का फैसला किया.
खेल रोकने के वक्त दक्षिण अफ्रीका 8.3 ओवर के बाद एक विकेट खोकर 17 रन बना चुकी है. दक्षिण अफ्रीका का पहला विकेट एडेन मार्कराम (4) के रूप में गिरा. मोहम्मद शामी ने एडेन को आउट कर ये विकेट लिया. डीन एल्गर 11 और हाशिम अमला 2 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं.
क्या कहता है नियम?
क्रिकेट के नियम 6.1 के मुताबिक अगर पिच में कोई गड़बड़ी हो या पिच डैमेज हो जाए और ऐसे हालात में दोनो कप्तान पिच पर खेलने को तैयार नहीं हो, तो मैच को रद्द मानकर ड्रॉ घोषित कर दिया जाता है.
इसके अलावा अगर अंपायर को ऐसा लगता है कि पिच पर बल्लेबाजी या गेंदबाजी करना खतरनाक है, तो मैच रेफरी से बात कर मैच का फैसला किया जाता है.
इसी खतरनाक पिच पर भारतीय बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में सधी हुई बल्लेबाजी की. भारत अजिंक्य रहाणे ने शानदार 48 रन और कप्तान कोहली ने 41 रन की पारी खेली.
वहीं पहली पारी में भारतीय टीम ने187 रन बनाए थे जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 194 पर पर सिमट गई थी. अब देखना ये है कि क्या भारत ये आखिरी टेस्ट मैच जीत कर क्लीन स्वीप होने से खुद को बचा पाता है या फिर 3-0 से शर्मनाक हार का सामना करता है.
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