भारत के मुख्य ऑफ-स्पिनर रविचंद्र अश्विन लगातार रिकॉर्ड्स बुक में अपना नाम दर्ज कराते जा रहे हैं. बांग्लादेश के खिलाफ हैदराबाद टेस्ट में वो विश्व के सबसे तेज 250 विकेट लेने वाले गेंदबाज बने.
इस रेस में उन्होंने डेनिस लिली और डेल स्टेन जैसे धुरंधरों को पछाड़ा और हर तरफ उनका गुणगान होने लगा. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ ने तो उन्हें गेंदबाजी का ब्रेडमैन तक कह डाला.
ये बात सही है कि उन्होंने अपने आखिरी 22 मैचों में 138 विकेट चटकाए हैं, ये बात भी सही है कि उन्होंने भारत को लगातार 6 टेस्ट सीरीज जीतने में मदद की है, लेकिन हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि ऑस्ट्रेलिया में उनकी गेंदबाजी औसत 54.71 की है, वहीं इंग्लैंड में उन्होंने 33.66 की बेहद साधारण औसत से विकेट चटकाए हैं. जबकि उनका करियर औसत 25.04 का है.
साथ ही अश्विन ने दक्षिण अफ्रीका में अब तक सिर्फ 1 टेस्ट मैच (कोई विकेट नहीं लिया) खेला है तो वहीं न्यूजीलैंड में तो वो एक भी टेस्ट मुकाबला नहीं खेले हैं.
इस 30 वर्षीय गेंदबाज ने स्पिन फ्रैंडली पिचों पर अपने आपको एक चैंपियन साबित किया है, लेकिन महान खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार होने के लिए उन्हें विदेशी धरती पर भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा.
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