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क्रिकेट में MeToo: BCCI के CEO राहुल जौहरी पर यौन उत्पीड़न के आरोप

राहुल जौहरी पर नौकरी के बहाने महिला का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है

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देश में इस समय आग की तरह फैल रही 'मीटू' मुहीम की लपटें अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) तक पहुंच गई हैं. एक महिला लेखक ने बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जौहरी पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. 2016 में बीसीसीआई में आने से पहले जौहरी डिस्कवरी नेटवर्क एशिया पैसिफिक (दक्षिण एशिया) के कार्यकारी उपाध्यक्ष थे. उन पर महिला लेखक ने नौकरी देने के बदले फायदा उठाने के इल्जाम लगाए हैं.

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महिला लेखक हरनिद्ध कौर ने अपने ट्विटर हैंडल पर कुछ स्क्रीनशॉट्स जारी किए हैं जिनमें उन्होंने पीड़ित महिला की आपबीती लिखी है. महिला ने जौहरी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें वो अपने घर ले गए जहां उन्होंने महिला से कहा कि यह उनके इंटरव्यू का आखिरी हिस्सा है. कौर के ट्विटर हैंडल पर जारी स्क्रीनशॉट्स के मुताबिक, "राहुल जौहरी : मौजूदा समय में बीसीसीआई के सीईओ. राहुल मेरे पुराने कलीग थे. हमारी मुलाकात राज के घर में पार्टी के दौरान हुई थी. इसके बाद वह काफी आगे चले गए. उन्होंने एक बड़ा मीडिया व्यापार खड़ा किया और कई अन्य रास्तों से वह आगे निकल गए.. इस दौरान राहुल मेरे टच में थे"

उन्होंने लिखा है कि एक होटल में संभावित नौकरी के मौके पर बात करते हुए, वह अचानक उठे और घर चलने को कहा. वह उनकी पत्नी को जानती थी क्योंकि वो उनसे पहले मिल चुकी थीं. जब दोनों राहुल के घर पहुंचे तो उन्होंने घर की चाभी निकाली तब महिला ने उनसे कहा कि उन्होंने यह क्यों नहीं बताया कि उनकी पत्नी घर पर नहीं है.

घर में घुसकर महिला ने पानी मांगा. वो पानी लेकर आए लेकिन उन्होंने अपनी पैंट नहीं पहनी थी और इसके बाद राहुल ने उस महिला को शारीरीक तौर पर प्रताड़ित किया. बयान में लिखा गया है कि, "अभी तक मैं इस बुरे हादसे का बोझ उठाते फिर रही हूं और इसके लिए अपने आप को दोष दे रही हूं. मैं इस बात से हैरान हूं कि क्या मैंने ऐसा प्रतीत किया कि मुझे नौकरी की सख्त जरूरत है, मुझे नहीं लगता, लेकिन इन सब से मेरे दिमाग में असमंजस की स्थिति बन गई.

क्रिकेट जगत में मीटू का यह तीसरा मामला है. इससे पहले अर्जुन राणातुंगा और लसिथ मलिंगा पर भी इस तरह के आरोप लग चुके हैं.

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