सड़क पर नंगे पांव बेहद तेज रफ्तार से दौड़कर सुर्खियों में आए मध्य प्रदेश के रामेश्वर गुर्जर स्पीड टेस्ट में उम्मीद के हिसाब से प्रदर्शन नहीं कर पाए. सोशल मीडिया ने रामेश्वर को मध्य प्रदेश के 'उसेन बोल्ट' तक का तमगा दिया था. अब केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने रामेश्वर के स्पीड टेस्ट का वीडियो शेयर किया है. रिजिजू ने ये माना है कि भारी पब्लिसिटी के कारण उनपर काफी दबाव था जिससे वो बेहतर परफॉर्म नहीं कर सकते हैं. रिजिजू ने उन्हें ट्रेनिंग दिए जाने का भी भरोसा दिया है.
शिवराज के ट्वीट की वजह से सुर्खियों में आए थे रामेश्वर
बता दें कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय खेल मंत्री को एक ट्वीट करके रामेश्वर गुर्जर के लिए मदद मांगी थी. चौहान ने रामेश्वर के वीडियो को ट्विटर पर शेयर किया और लिखा,
भारत में टैलेंटेड व्यक्तियों की कमी नहीं है, अगर उन्हें सही मौका और स्थान मिले तो वे इतिहास रच सकते हैं. मैं खेल मंत्री किरण रिजिजू से इस युवा खिलाड़ी की मदद करने का आग्रह करता हूं ताकि इसके स्किल को और बेहतर किया जा सके.
इसके बाद किरण रिजिजू ने रामेश्वर गुर्जर को एथलेटिक्स एकेडमी में डालने और प्रशिक्षित करने का आश्वासन दिया था और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने रामेश्वर को जल्द ही मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित साई सेंटर पहुंचने के लिए कहा.
11 सेकेंड में 100 मीटर
रामेश्वर मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के रहने वाले हैं. वह नंगे पैर दौड़ते हुए 100 मीटर दौड़ 11 सेकेंड में पूरी करने में सफल रहे थे. इसे देखते हुए मध्य प्रदेश के खेल मंत्री जीतू पटवारी ने भी रामेश्वर को भोपाल में बेहतर प्रशिक्षण देने की बात कही थी.रामेश्वर ने 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की है. उनके परिवार में माता-पिता और पांच भाई-बहन हैं. पूरा परिवार खेती-किसानी करता है. रामेश्वर ने परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण आगे पढ़ाई नहीं की.
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