ADVERTISEMENTREMOVE AD

गैरों में कहां दम था नरसिंह को तो अपनों ने हरा दिया- IOA

इंडियन ओलंपिक एसोसिशन ने नरसिंह पर बैन के लिए सीबीआई जांच की मांग की है.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
नरसिंह किसी से बात नहीं कर पा रहा है, रात से वो लगातार रो रहा है- बी बी शरण सिंह, भारतीय कुश्ती महासंघ

देश की उम्मीदों को शुक्रवार को एक करारा झटका लगा जब नरसिंह यादव पर 4 साल के बैन की खबर आई. डोपिंग का जिन्न एक बार फिर बाहर आया और नरसिंह इस फैसले से पूरी तरह से टूट गए.

देश उनके साथ खड़ा है, सोशल मीडिया पर उन्हें इसे बुरा दौर समझ कर बाहर आने की सलाह दी जा रही है लेकिन नरसिंह के लिए ये सब कुछ आसान नहीं है.

इंडियन ओलंपिक संघ के महासचिव राजीव मेहता ने नरसिंह के समर्थन में बोलते हुए कहा है कि ये उन लोगों की जीत है जो नरसिंह को ओलंपिक से बाहर देखना चाहते थे.

यह खेल पंचाट में सिर्फ नरसिंह की हार नहीं है बल्कि उसको अपने ही लोगों ने हरा दिया जो नहीं चाहते थे कि वह ओलंपिक में भाग ले सके.
राजीव मेहता, इंडियन ओलंपिक संघ

राजीव मेहता ने सरकार से गुहार लगाई है कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की जाए.

तस्वीर साफ है और मुझे या किसी को कहने की जरूरत नहीं है कि किसने साजिश की है . यदि आप पीछे देखें तो सारी बातों को जोड़कर साफ हो जायेगा कि संदिग्ध कौन हो सकता है .फिलहाल तो वे लोग उसे ओलंपिक में भाग लेने से रोकने में कामयाब रहे. यह देश का नुकसान है .

राजीव मेहता ने इस बात की भी पैरवी की है भारत फैसले को चुनौती देकर नरसिंह की सजा कम करा सकता है. उसपर चार साल के बजाय कम समय का बैन लगाया जा सकता है.

यह छोटी बात नहीं है . इससे खेलों में हमारे देश की छवि खराब हुई है . दिल्ली हाई कोर्ट में मुकदमा जीतने के बाद सोनीपत स्थित उसके साई सेंटर से एक फोन आया जिसमें डोपिंग की बात कही गई, छापा मारा गया और उसका नमूना पॉजीटिव पाया गया . यह इत्तेफाक नहीं हो सकता.

वहीं दूसरी तरफ नम आंखों से नरसिंह की मां और बहन ने भी गुहार लगाई है कि पीएम मोदी इस मामले में हस्तक्षेप करें और नरसिंह की सजा माफ कराएं. 

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×