प्रो-कबड्डी लीग अपने आखिरी दौर में है. रविवार को होने वाले फाइनल के लिए एक टीम पक्की हो गई है. नाम है गुजरात फॉर्च्यूनजायंट्स.
ये टीम प्रो-कबड्डी लीग में पहली बार नजर आ रही थी और अपने डेब्यू सीजन में ही गुजरात ने इतना विकास किया, इतना विकास किया कि बाकी सब राज्यों और शहरों की टीम को पछाड़कर फाइनल में पहुंच गई. ये टीम क्वालीफायर-1 में बंगाल वॉरियर्स को 42-17 से हराकर फाइनल में पहुंची है. इस टीम के लिए ये सबसे अच्छा सीजन रहा है. लीग स्टेज में गुजरात ग्रुप-ए में थे जहां उन्होंने 15 जीत के साथ सबसे ज्यादा 87 पॉइंट हासिल किए थे. इन 15 में से 5 जीत उन्हें घर पर मिलीं. इस पूरे सीजन गुजरात इकलौती टीम है जो अपने घर में एक भी मैच नहीं हारी.
एक से बढ़कर एक खिलाड़ी
टीम के अंदर एक से एक खिलाड़ी हैं. सचिन तंवर और रोहित गुलिया जैसे युवा खिलाड़ियों ने इस टीम के अटैक को शानदार तरीके से संभाला. तो वहीं फैजल अत्राचली और अबोजार की ईरानी जोड़ी ने टीम के डिफेंस को अलग ही लेवल की मजबूती दी. ये टीम इस सीजन की सबसे बैलेंस्ड टीम है.
युवा खिलाड़ी सचिन तंवर ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया है. सिर्फ 18 साल के इस खिलाड़ी को जब गुजरात ने 36 लाख में खरीदा था तो कई लोगों को उनका ये फैसला थोड़ा अटपटा लगा. लेकिन सचिन ने अपने दाम से ऊपर उठकर अपने काम के बलबूते सभी की दिल जीत लिया. इंडियन जूनियर टीम के कैप्टन सचिन ने 23 मैचों में 162 पॉइंट हासिल किए हैं.
पूरे सीजन में सिर्फ 4 बार हारे
अब तक खेले अपने 23 मुकाबलों में गुजरात ने सिर्फ और सिर्फ चार मुकाबले गंवाए. इस टूर्नामेंट में गुजरात के दबदबे का आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि पूरे सीजन में सिर्फ हरियाणा स्टीलर्स, जयपुर पिंक पैंथर्स और तमिल थलाइवास की टीमें ही गुजरात को हरा पाईं और वो भी अपने घर में.
गुजरात का फाइनल में मुकाबला पटना पाइरेट्स और बंगाल वॉरियर्स के बीच होने वाले क्वालीफायर-2 के विजेता से होगा और ये दोनों ही टीमें एक बार भी गुजरात को हरा नहीं पाई हैं. ऐसे में हर कोई गुजरात को ही इस सीजन के विनर के तौर पर देख रहा है लेकिन खेल में कुछ भी हो सकता है.
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