हार्दिक पांड्या और केएल राहुल से जुड़े विवादित टीवी-शो को ऑनएयर हुए दो हफ्ते हो चुके हैं. दोनों ही खिलाड़ियों को पूरी ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज में खेलने का मौका नहीं मिला और अब वो न्यूजीलैंड दौरे पर भी नजर नहीं आएंगे. बीसीसीआई की सीओए को अभी निर्णय लेना है कि इन खिलाड़ियों को क्या सजा दी जाए. अब ऐसे में इन दोनों खिलाड़ियों के कोच रहे क्रिकेटर राहुल द्रविड़ का बयान आया है. राहुल द्रविड़ ने केएल राहुल और हार्दिक पांड्या को कोचिंग दी है जब ये दोनों खिलाड़ी भारतीय-ए टीम का हिस्सा थे. राहुल की मानें तो इस मामले पर “ओवररिएक्ट” करने की जरूरत नहीं है.
ऐसा नहीं है कि इससे पहले खिलाड़ियों ने गलती न की हो. ऐसा भी नहीं है कि ये गलतियां भविष्य में नहीं होंगी चाहे हम यूथ को एजुकेट करने के लिए कितना भी प्रयास कर लें. लेकिन हमें इसे लेकर ओवररिएक्ट नहीं करना चाहिए. प्लीज!राहुल द्रविड़, पूर्व क्रिकेटर
द्रविड़ का मानना है कि सिस्टम की कोशिश होनी चाहिए कि इन खिलाड़ियों को शिक्षा दी जाए या काउंसलिंग की जाए. ये सभी खिलाड़ी एक जैसे बैकग्राउंड से नहीं आते हैं.
ये खिलाड़ी अलग-अलग टीमों से आते हैं और उन्हें उनकी जिम्मेदारियां आपको बतानी होंगी. दिक्कतें हमेशा ही रहेंगी और हमें उन्हें एजुकेट और गाइड करना है. उन्हें बताना जरूरी है कि वो सिस्टम को गाली नहीं दे सकते.राहुल द्रविड़, पूर्व क्रिकेटर
राहुल ने ये भी कहा कि खिलाड़ियों को खुद काफी जागरूक होना चाहिए और ड्रेसिंग रूम में सीनियर खिलाड़ियों से सीखना चाहिए.
मैंने कर्नाटक में अपने सीनियर्स, माता-पिता और कोचों को देखकर सीखा. वो मेरे रोल मॉडल रहे हैं. कोई मेरे पास आकर नहीं बैठा और लेक्चर नहीं दिया. मैंने उन्हें ऑबसर्व किया और सीखा. सीखने का सबसे अच्छा तरीका ये है कि आप ड्रेसिंग रूम में अपने सीनियर्स को ऑबजर्व कीजिए और उनसे सीखिए.राहुल द्रविड़, पूर्व क्रिकेटर
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में बीसीसीआई की अगली सुनवाई 25 जनवरी को है. सीओए ने कोर्ट से दरख्वास्त की है कि वो इस मामले में एक लोकपाल को नियुक्त करें और वो ही इसकी जांच करने के बाद खिलाड़ियों की सजा का फैसला सुनाएं.
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