बीसीसीआई भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच और सहयोगी स्टाफ के लिये जल्द ही नये आवेदन मंगवाएगा. मतलब दोबारा कोच बनने के लिए रवि शास्त्री को फिर से आवेदन करना होगा. रवि शास्त्री का कार्यकाल वर्ल्ड कप के बाद समाप्त हो चुका है, लेकिन वेस्टइंडीज दौरे को देखते हुए इसे 45 दिन के लिए बढ़ाया गया है. अब उनका कार्यकाल वेस्टइंडीज दौरे के बाद खत्म होगा.
फिलहाल टीम इंडिया के सहयोगी स्टाफ में शास्त्री, गेंदबाजी कोच भरत अरुण, बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ और फील्डिंग कोच आर श्रीधर शामिल हैं. ये सभी नये सिरे से आवेदन कर सकते हैं लेकिन टीम को नया ट्रेनर और फिजियो मिलना तय है क्योंकि शंकर बासु और पैट्रिक फरहार्ट भारत के वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में हार के साथ ही सहयोगी स्टाफ से हट गये थे.
बता दें कि टीम इंडिया तीन अगस्त से तीन सितंबर तक वेस्टइंडीज दौरे पर जा रही है. वेस्टइंडीज दौरे के बाद भारत की घरेलू सीरीज 15 सितंबर से साउथ अफ्रीका के खिलाफ होगी.
शास्त्री कैसे बने थे कोच?
शास्त्री 2017 में अनिल कुंबले की जगह कोच बने थे. अनिल कुंबले को अपना कार्यकाल विवादास्पद परिस्थितियों में छोड़ दिया था.
शास्त्री की कोचिंग में भारतीय टीम आईसीसी का कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीत सकी. इसमें वर्ल्ड कप भी शामिल है. हालांकि ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने में जरूर कामयाब रही थी. टीम इंडिया ने आस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचा था.
57 साल के पूर्व कप्तान शास्त्री अगस्त 2014 से जून 2016 तक भारतीय टीम के निदेशक भी रहे थे.
एक-दो दिन में कोच के लिए सेलेक्शन प्रोसेस होगा शुरू
बीसीसीआई अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘‘हमारी वेबसाइट पर एक या दो दिन में इन पदों के लिये आवेदन दिया जाएगा. सहयोगी स्टाफ के अलावा टीम मैनेजर पद के लिये भी नये सिरे से आवेदन मंगाये जाएंगे.’’
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