'वरना' शब्द का इस्तेमाल कर हम कोई धमकी नहीं दे रहे हैं. हम सिर्फ उस खतरे के प्रति आगाह कर रहे हैं, जो टीम इंडिया के सामने आ सकता है. शुक्रवार को रांची में होने वाली सीरीज के तीसरे वनडे में सबसे बड़ा इम्तिहान टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर का है.
शुक्रवार को टीम इंडिया के पास सीरीज जीतने का सुनहरा मौका है. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि टॉप ऑर्डर बल्लेबाज यानी शुरूआती तीन बल्लेबाज अपने बल्ले से कमाल दिखाएं.
मिडिल ऑर्डर निभा रहा है जीत में अहम रोल
अब तक खेले गए दोनों मैच भारत ने जीते हैं. जीत कई बार कमियों पर पर्दा डाल देती है. कई बार हम कामयाबी के जोश में गलतियों से नजरें हटा भी लेते हैं. टीम इंडिया के सामने यही खतरा मंडरा रहा है. पिछले दो साल के मुकाबले इस साल की शुरूआत अब तक टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों के लिए अच्छी नहीं रही है. इस साल भारतीय टीम ने जो मैच जीते हैं उसमें उनके मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों का रोल ज्यादा बड़ा है.
जीत तो आखिर जीत होती है, उसमें टॉप और मिडिल ऑर्डर में क्यों बांटना? अगर आप के जेहन में ये सवाल आ रहा है तो आप इस रिपोर्ट को ध्यान से पढ़िए.
ये सच है कि जीत हर हाल में जीत होती है लेकिन उस जीत में खिलाड़ियों का योगदान बराबर होना चाहिए. ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को अपने तय रोल को पूरा करना चाहिए.
विश्व क्रिकेट के इतिहास में वही टीम लंबे समय तक कामयाब रही है जिसकी जीत में किसी एक-दो खिलाड़ियों का नहीं बल्कि पूरी टीम का योगदान रहा हो. पहले साल 2019 में टॉप ऑर्डर का फेल्योर और मिडिल ऑर्डर पर आए भार को इन आंकड़ों से समझते हैं. इसमें हम मौजूदा मैचों के अलावा इस साल ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ खेली गई सीरीज को ले रहे हैं.
दूसरे मैच में विराट कोहली ने शतक लगा दिया वरना स्थिति काफी गंभीर थी. इस साल विदेशी मैदानों में खेले गए मैचों का आंकड़ा टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों के संदर्भ में देखिए.
इन ग्राफिक्स को देखकर आप समझ गए होंगे कि पिछले 10 में से 5 मैच ऐसे हैं जिसमें भारतीय टीम के पहले तीन विकेट स्कोरबोर्ड पर 100 रन जमा होने से पहले ही आउट हो चुके थे. इसमें 4, 17 और 33 रनों जैसे स्कोर भी हैं.
शिखर का आउट ऑफ फॉर्म होना पड़ रहा है मंहगा
टॉप ऑर्डर में शिखर धवन की फॉर्म बहुत परेशान कर रही है. शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी अब काफी समय से भारतीय पारी की शुरूआत कर रही है. लेकिन शिखर धवन की फॉर्म टॉप ऑर्डर की कमजोरी की बड़ी वजह है. हालात रोहित शर्मा के भी खराब हैं. वो भी अपनी साख के मुताबिक इस साल बल्लेबाजी करने में नाकाम रहे हैं. इन दोनों के आंकड़े देखिए
अब आगाह करने वाली बात पर लौटते हैं. इसी साल कुछ ही हफ्तों बाद विश्व कप खेला जाना है. दुनिया भर की टीमें उसके लिए तैयारी कर रही हैं. भारतीय टीम के पास अपनी इन तैयारियों को जांचने के लिए आखिरी तीन वनडे मैच बचे हैं. इन तीन मैचों में इस जोड़ी को अपनी रंगत वापस लानी होगी.
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