पिछले शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट सेलेक्शन कमेटी ने एक बहुत बड़ा फैसला करते हुए एमएस धोनी को वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज वाली टीम से बाहर किया. धोनी की जगह युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत और अनुभवी दिनेश कार्तिक को मौका दिया गया. सेलेक्टर्स का कहना है कि ये फैसला वर्ल्ड टी20 2020 के लिए टीम प्लानिंग के तहत किया गया. हर जगह मीडिया और फैंस के बीच यही मैसेज गया कि धोनी को जबरदस्ती टीम से बाहर किया गया है.
अब वेस्टइंडीज के खिलाफ पांचवें वनडे में जीत के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और ये बताया कि धोनी को टीम से बाहर करने के फैसले में खुद धोनी की भी रजामंदी थी.
मुझे लगता है कि सेलेक्टर्स इसके बारे में पहले ही बात कर चुके हैं. धोनी से पहले बात की गई थी. मैं उस बातचीत का हिस्सा नहीं था. सेलेक्टर्स ने यही बताया है.विराट कोहली, कप्तान, टीम इंडिया
मीडिया में छपी रिपोर्ट्स के मुताबिक विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों से धोनी के टी20 भविष्य को लेकर बातचीत की गई थी. हांलाकि विराट कोहली ने अब साफ किया है कि ऐसा नहीं था. कोहली ने ये बताया कि खुद धोनी चाहते थे कि टी20 फॉर्मेट में ऋषभ पंत को ज्यादा से ज्यादा मौके मिलें.
मुझे लगता है कि इस मुद्दे को लेकर लोग कुछ ज्यादा ही चीजें सोच रहे हैं जबकि मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि ऐसी कोई बात है नहीं. धोनी अब भी टीम के अहम सदस्य हैं. उन्हें खुद लगता है कि टी20 फॉर्मेट में ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ी को ज्यादा मौके दिए जा सकते हैं. वो(धोनी) वैसे भी हमारे लिए वनडे में रेगुलर खेलते ही हैं तो ये सिर्फ एक युवा खिलाड़ी की मदद के लिए किया गया फैसला है. बाकी जो लोग कह रहे हैं, वैसी कोई बात है नहीं. एक कप्तान के तौर पर मैं आपको ये यकीन दिला सकता हूं.विराट कोहली, कप्तान, टीम इंडिया
आपको बता दें कि वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया ने 5 मैचों की वनडे सीरीज 3-1 से जीत ली है और अब वो 4,6 और 11 नवंबर को वेस्टइंडीज के खिलाफ ही टी20 सीरीज खेलेंगे. एम एस धोनी अब आपको 12 जनवरी 2019 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला वनडे मैच खेलते नजर आएंगे.
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