एपल के नए 'आईफोन 11' के लॉन्च से पहले ही इसकी बैटरी में खराबी की शिकायतें आई हैं. एक टेस्टिंग कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि नए आईफोन की बैटरी लाइफ काफी कम है. करीब 9 आईफोन पर हुए टेस्ट के दौरान इस बात का खुलासा हुआ है.
बैटरी लाइफ में कई घंटे का अंतर
नए आईफोन की टेस्टिंग के दौरान पता चला है कि कंपनी जितने घंटे की बैटरी लाइफ क्लेम कर रही है, बैटरी लाइफ उससे कई घंटे कम है. उदाहरण के लिए एपल कंपनी आईफोन एक्सआर (XR) का टॉकटाइम 25 घंटे क्लेम कर रही है, लेकिन टेस्ट के बाद पता चला है कि ये सिर्फ 16 घंटे 32 मिनट है.
इस टेस्ट में कुल पांच कंपनियों के मोबाइल फोन को लिया गया था. जिनमें एपल, एचटीसी, नोकिया, सैमसंग और सोनी थे. इन सभी कंपनियों के करीब 50 मोबाइल फोन का टेस्ट किया गया
यूके की कंज्यूमर एसोसिएशन कंपनी Which? के प्रोडक्ट एंड सर्विस हेड ने कहा, मोबाइल फोन आजकल हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुके हैं. हमें यह जरूर जानना चाहिए कि हैंडसेट उनकी कंपनियों की तरफ से किए गए दावों पर खरा उतरते हैं या नहीं. कई मोबाइल फोन की बैटरी लाइफ पर सवाल खड़े हो चुके हैं. इसीलिए फोन खरीदने से पहले यह काफी जरूरी है कि आपको किसी भरोसेमंद सोर्स से इसकी सही जानकारी मिले.
एपल ने दी सफाई
एपल ने इस टेस्टिंग कंपनी के दावों को मानने से इनकार कर दिया है. एपल का कहना है कि हम लगातार अपनी बैटरी लाइफ के क्लेम को साबित करने के लिए टेस्ट करते हैं. आईफोन को इस तरह से तैयार किया जाता है, जिससे ज्यादा से ज्यादा बैटरी लाइफ मिलती है. एपल ने कहा कि हमारी टेस्टिंग का तरीका काफी बेहतर है. टेस्टिंग कंपनी व्हिच? (Which?) ने अपनी टेस्टिंग का तरीका हमारे साथ शेयर नहीं किया, इसीलिए हम उनके रिजल्ट पर कुछ नहीं कह सकते हैं.
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