भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 26 अगस्त को चंद्रयान-2 अंतरिक्ष यान के टेरेन मैपिंग कैमरा-2 ने चंद्रमा की सतह और उसके क्रेटर्स (गड्ढों) की तस्वीरों का एक नया सेट जारी किया. इसरो के मुताबिक, इन तस्वीरों को 23 अगस्त को करीब 4,375 किलोमीटर की ऊंचाई से लिया गया, जिसमें ‘जैक्सन’, ‘मित्रा’, ‘माच’ और ‘कोरोलेव’ जैसे क्रेटर्स दिखाई दे रहे हैं. इसरो ने कहा कि चंद्रमा से दूर उत्तरी गोलार्ध में स्थित ‘जैक्सन’ एक प्रभावी क्रेटर है. इस क्रेटर का डायामीटर 71 किमी है.
माच क्रेटर के पश्चिमी बाहरी किनारे पर एक रोचक फीचर है, जिसका नाम ‘मित्रा’ है. मित्रा का डायामीटर 92 किमी है.
इसरो ने कहा, "इसका नाम प्रोफेसर शिशिर कुमार मित्रा के नाम पर रखा गया है, जो भारतीय भौतिक शास्त्री थे और पद्म भूषण से सम्मानित थे. वह अपने आयनोस्फीयर और रेडियोफिजिक्स पर कामों के लिए जाने जाते हैं."
कोरोलेव क्रेटर में तरह-तरह की शेप के छोटे क्रेटर हैं. इसरो ने सोमरफील्ड और किर्कवुड जैसे क्रेटरों की तस्वीर भी जारी की है.
दुनिया में 'चंद्रयान-2' के लिए उत्सुकता: सिवन
22 अगस्त को इसरो के अध्यक्ष के.सिवन ने कहा कि चांद पर उतरने के लिए भारत का पहला चंद्रमा मिशन 'चंद्रयान-2' दुनिया स्तर पर उत्सुकता के साथ देखा जा रहा है. सिवन ने कहा कि चंद्रयान-2 मिशन वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण मिशन है.
उन्होंने कहा कि चंद्रमा लैंडर विक्रम के लिए लैंडिंग ऑपरेशन सात सितंबर की रात करीब 1:40 बजे शुरू होगा. वहीं इसकी लैंडिंग रात 1:55 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर होगी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)