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facebook अब सुसाइड भी रोकेगा, जुकरबर्ग ने लॉन्च किया नया टूल

अमेरिका में 1999 से लेकर 2014 तक सुइसाइड करने वालों की संख्या में लगभग 24 परसेंट की बढ़ोत्तरी हुई है

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फेसबुक के लाइव स्ट्रीमिंग फीचर शुरू होने के बाद से अबतक कई ऐसे मामले आए हैं जिसमें लोग लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान सुसाइड करते हैं. इस दौरान सुसाइड करने से पहले वे अपने दिल का दर्द फेसबुक के जरिए शेयर करते हैं. इस तरह के मामलों को रोकने के लिए फेसबुक ने एक नया फीचर लॉन्च किया है.

इस फीचर के बारे में फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग ने जानकारी दी है. ये फीचर फेसबुक लाइव के दौरान सुसाइड करने के बारे में सोचने पर भी आपके मंसूबों को भांपकर आपके परिवार और दोस्तों को अलर्ट दे देगा. फीचर आर्टिफिशियल इंटेलिंजेंस (AI) की मदद से उन लोगों की पहचान करेगा जो सुसाइड करने के बारे में सोच रहे होंगे.

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मार्क जुकरबर्ग ने लिखा है- ‘दुनिया में हर 40 सेकंड में सुसाइड से 1 मौत होती है और 15 से 29 साल के लोगों में यह मौत की दूसरी बड़ी वजह है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सुसाइड की रोकथाम के लिए सबसे बेहतर तरीकों में से एक ये है कि उन्हें समझाया जाए.
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कैसे करेगा काम?

फेसबुक ने इस टूल के लिए एक खास एल्गोरिद्म डेवलप किया है जो फेसबुक यूजर्स के पोस्ट को फिल्टर करेगा. इसके जरिए वार्निंग साइन वाले पोस्ट, कमेंट्स और रिप्लाई को ढूंढा जाएगा. रेड फ्लैग मार्क करने के बाद फेसबुक की टीम अलर्ट हो जाएगी और उस यूजर से संपर्क कर उसकी मदद करेगी.

लाइव वीडियो देख रहे लोगों के पास भी अब उस शख्स से सीधे बात करने और उस वीडियो को रिपोर्ट करने का ऑप्शन मिलेगा. जो शख्स ऐसे वीडियो को रिपोर्ट करेगा फेसबुक उसकी मदद करेगा ताकि वीडियो में दिख रहे शख्स की मदद की जा सके. फेसबुक मैसेंजर के जरिए क्राइसिस सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन भी लाइव चैट सपोर्ट देंगे.

सुसाइड कंटेट पर होगी फेसबुक की नजर

फेसबुक ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सुसाइड कंटेंट मॉनिटरिंग की जाएगी. सुसाइड के बारे में सोच रहे लोगों की काउंसलिंग के लिए चैरिटी और हेल्पलाइन की मदद भी ली जाएगी. ताकि तत्काल प्रभाव से मदद लेकर सुसाइड के बारे में सोच रहे शख्स की काउंसलिंग की जा सके.

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