अगर आपके पास विंडोज फोन है तो आपके लिए एक अच्छी खबर है और एक बुरी खबर. बुरी खबर ये है कि विंडोज फोन के लिए कोई नया हार्डवेयर, फीचर या अपडेट रिलीज नहीं किया जाएगा. अच्छी खबर ये कि मौजूदा कस्टमर्स को सिक्योरिटी अपडेट मिलते रहेंगे. ल्यूमिया 950 XL, 950, 930, HP Elite x3 जैसे कई डिवाइस हैं, जो विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलते हैं.
माइक्रोसॉफ्ट के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट (विंडोज), जो बेलफियोर ने एक के बाद एक कई ट्वीट के जरिए साफ किया कि कंपनी, विंडोज फोन को ताबूत में बंद करने का फैसला कर चुकी है. उसने फोन पर विंडोज प्लेटफॉर्म को लेकर चली लंबी लड़ाई में अब आधिकारिक तौर पर हार मान ली है. जो बेलफियोर ने लिखा, "हम प्लेटफॉर्म को सपोर्ट करते रहेंगे...बग फिक्स, सिक्योरिटी अपडेट वगैरह. लेकिन नए फीचर बनाना हमारा फोकस नहीं है.”
दरअसल, ये सारी बहस शुरू हुई इस्तांबुल में बैठे विंडोज फैन के एक मासूम सवाल से..
जिस पर जो बेलफियोर ने दो ट्वीट किए और फिर तो जैसे विंडोज फोन के चाहने वालों ने एक के बाद एक कई सवाल दागना शुरू कर दिया. हालांकि, बड़े प्यार से विंडोज 10 के लिए जिम्मेदार जो ने सवालों के जवाब दिए.
वैसे इस बात के कयास लंबे वक्त से लगाए जा रहे थे. कई साल से एप डेवलेपर, विंडोज फोन के लिए एप डेवलप करने में आनाकानी कर रहे थे. विंडोज फोन पर लगातार नए एप्स का न आना ही इसके खत्म होने की सबसे बड़ी वजह बन गया. जो बेलफियोर ने भी इस बात की तस्दीक की. उन्होंने लिखा कि डेवलेपर को एप के लिए पैसा देने के बावजूद हमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखी. एचपी भी ऐलान कर चुका है कि वो Elite विंडोज फोन का प्रोडक्शन बंद कर रहा है.
विंडोज फोन--एक खूबसूरत प्लेटफॉर्म जो मिट गया
माइक्रोसॉफ्ट ने मोबाइल मार्केट में पैठ बनाने की कोशिशें तो खूब कीं लेकिन कामयाबी कभी नहीं मिल पाई. पहले नोकिया के साथ साझेदारी की, फिर खुद के ब्रांड के दम पर पैर जमाने की कोशिश हुई पर हर बार एंड्रॉयड और आईओएस ने विंडोज प्लेटफॉर्म को बड़े अंतर से खदेड़ दिया. आखिरी धक्का 2016 में दिया गया जब माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज इनसाइडर प्रोग्राम के जरिए विंडोज मोबाइल पर कुछ नए फीचर जोड़े. लेकिन 2017 खत्म होने की कगार पर है और इसी के साथ मिटने की कगार पर है विंडोज फोन भी.
फरवरी 2010 की मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में विंडोज 7 का ऐलान हुआ था. अगले ही साल इसी महीने में माइक्रोसॉफ्ट ने नोकिया के साथ हाथ मिलाया. दोनों की पार्टनरशिप ने शुरूआत में कुछ रंग बिखेरने शुरू किए. मोबाइल के बाजार में थोड़ी आतिशबाजी दिखाई दी.
विंडोज फोन देखने में खूबसूरत थे. उनकी खासियत रही लाइव टाइल जैसे स्मार्ट फीचर. इसके अलावा कैमरा भी ल्यूमिया सीरीज की पहचान बन गया. लेकिन जब एप का बाजार बुलेट ट्रेन की रफ्तार से भाग रहा हो, तो पैसेंजर की मद्धम रफ्तार से माइक्रोसॉफ्ट कैसे मुकाबला करता. एंड्रॉयड और आईफोन ने एप का पूरा मार्केट हथिया लिया. विंडोज के लिए एप या तो बनने बंद हो गए या जो बन रहे थे वो बहुत छिटपुट. नतीजा ये हुआ कि देखने में खूबसूरत और कुछ स्मार्ट फीचर्स के बावजूद विंडोज फोन से लोगों का दिल उचटने लगा.
क्या है माइक्रोसॉफ्ट का फ्यूचर प्लान?
माइक्रोसॉफ्ट का ध्यान अब विंडोज फोन पर है ही नहीं. ये एक लंबी लड़ाई में हथियार डाल देने का संकेत है. वैसे तो तकनीक की दुनिया में कहा जाता है, कि अंदरखाने, रिसर्च लैब्स में क्या खिचड़ी पक रही है, ये कम ही पता चल पाता है जब तक कि वो खिचड़ी पक कर बाहर न आ जाए. इसलिए, माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज फोन प्लेटफॉर्म की कब्र पर पत्थर लगाना अभी थोड़ा जल्दबाजी हो सकता है. क्योंकि चर्चा एक ‘सर्फेस फोन’ की भी है जिसके बारे में सत्य नडेला कह चुके हैं कि वो आज के फोन्स जैसा बिल्कुल नहीं दिखेगा.
इतना जरूर है कि फिलहाल विंडोज का फोकस, एंड्रॉयड और iOS प्लेटफॉर्म पर विंडोज एप मुहैया कराना है. जैसे हाल ही में, iOS पर विंडोज ब्राउजर एज बीटा टेस्टिंग के लिए डाला गया. इसी तरह एज बहुत जल्द क्रोम से लड़ने एंड्रॉयड पर भी आ रहा है.
तो तकनीक और विंडोज के चाहने वालों, थोड़ा इंतजार करिए. हो सकता है, अगला बेहतरीन फोन माइक्रोसॉफ्ट की लैब में पक रहा हो!
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