रिलायंस जियो लॉन्च होने के बाद से टेलिकॉम कंपनियों में डेटा वॉर चल रहा है. जियो 3 महीने तक फ्री डेटा दे रहा है. एयरटेल ने भी 3 महीने वाला अनलिमिटेड 4G डेटा देने का ऐलान कर दिया है. इसके बाद अब वोडाफोन ने भी अपने टैरिफ रेट्स में तकरीबन 100 से 200 रुपयों की कमी कर दी है.
वोडाफोन 18.42% मार्केट शेयर के साथ देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी है. रिलायंस जियो की चुनौती मिलने की वजह से एयरटेल समेत वोडाफोन और आइडिया भी वॉयस से डेटा बेस्ड रेवेन्यू मॉडल की ओेर बढ़ रही हैं.
हालांकि, एयरटेल वोडाफोन से पहले ही अपने डेटा रेट्स और प्लांस में बदलाव ला चुकी है. लेकिन वोडाफोन का ये कदम खास है. क्योंकि एयरटेल ने अपने पोस्टपेड यूजर्स को एक स्कीम दी है. वहीं, वोडाफोन ने अपने रेगुलर डेटा रेट्स को कम किया है.
लेकिन जियो अब भी सबसे सस्ता
रिलायंस जियो (पोस्टपेड) और वोडाफोन के प्लांस को कंपेयर करें तो अंतर साफ समझ आ जाता है.
वोडाफोन और एयरटेल अब तक 7 जीबी जैसे छोटे-छोटे प्लान ऑफर करती आई है. क्योंकि डेटा के कम खर्च की वजह से यूजर्स को छोटे प्लांस की जरूरत होती थी. लेकिन जियो ने 5, 10 से लेकर 75 जीबी जैसे बड़े ब्लॉक्स वाले प्लान ऑफर किए हैं.
डेटा वॉर में लगीं तीनों कंपनियों के 10 जीबी वाला डेटा प्लान एक ही रेट का है. लेकिन अगर छोटे और बड़े प्लांस पर नजर डालें तो जियो इस रेस में आगे निकलती दिख रही है.
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