ADVERTISEMENTREMOVE AD

रिलायंस JIO फ्री इंटरनेट प्लान 3 महीने और बढ़ने के चांस

रिलायंस जियो के 31 मार्च, 2016 तक बढ़ने के चांसेज 99.99%.

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

रिलायंस जियो ने अब तक अपने फ्री इंटरनेट और वॉयस कॉलिंग ऑफर को 31 दिसंबर से आगे बढ़ाने या नहीं बढ़ाने पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. क्विंट हिंदी पहले ही बता चुका है कि एक्सपर्ट्स की राय के मुताबिक, जियो के पास कोई विकल्प नहीं बचा है. लेकिन अब रिलायंस जियो के अंदर से एक बड़ी खबर आई है.

रिलायंस जियो से जुड़े सूत्र के मुताबिक, जियो वेलकम ऑफर के 31 दिसंबर से आगे बढ़ने के चांसेज 99.99% हैं. क्योंकि, कंपनी अपेक्षित मात्रा में नए जियो यूजर्स जुटाने में सफल नहीं हुई है.

एक्सपर्ट्स पहले ही बता चुके हैं रिलायंस जियो का टारगेट 31 दिसंबर तक 10 करोड़ कस्टमर जुटाना था. लेकिन अब तक रिलायंस को सिर्फ 3 से 4 करोड़ कस्टमर ही मिले हैं. ऐसे में अगले एक महीने में ऐसा होने की उम्मीद बेहद कम है.

रिलायंस ने इस टारगेट को पाने के लिए जियो सिम को शॉपिंग मॉल में भी अवेलेबल करा दिया है. लेकिन पीएम मोदी के नोटबंदी वाले फैसले से शॉपिंग मॉल्स में कस्टमर्स का फुटफॉल 40 से 70% तक गिर गया. और, जियो को इस कदम का फायदा भी नहीं मिल पाया.

भारत में किसी भी टेलीकॉम कंपनी को नए यूजर्स जुटाने के लिए खुद को दो कसौटियों पर कसना होता है. पहली कसौटी होती है - सस्ती सर्विस. दूसरी कसौटी होती है - बेहतर सर्विस.

जियो पहले ही फ्री इंटरनेट दे रहा है. बेहतर सर्विस की बात करें तो जियो इस मामले में स्मार्टफोन यूजर्स का दिल जीतने में सफल नहीं हुआ है. इसका कारण ये है कि इतने बड़े यूजर बेस को फ्री सर्विस देना अपने आप में एक चुनौती है.

ऐसे में रिलायंस के पास 10 करोड़ यूजर्स का टारगेट पाने के लिए वेलकम ऑफर को आगे बढ़ाना ही एक विकल्प है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

28 दिसंबर को हो सकता है ऐलान

रिलायंस जियो के फाउंडर मुकेश अंबानी आने वाली 28 दिसंबर को इस ऑफर को आगे बढ़ाने का ऐलान कर सकते हैं. इसका कारण ये है कि 28 दिसंबर रिलायंस ग्रुप के फाउंडर धीरू भाई अंबानी का जयंती है और 28 दिसंबर को ही जियो का एक साल पूरा हो रहा है. 28 दिसंबर, 2015 को रिलायंस के कर्मचारियों के लिए जियो लॉन्च किया गया था.

ऐसे में इस बात की पूरी उम्मीद है कि रिलायंस जियो यूजर्स को 31 मार्च तक फ्री इंटरनेट यूज करने का मौका मिल सकता है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×