रिलायंस जियो और मौजूदा दूरसंचार कंपनियों के बीच विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. इन कंपनियों में इंटरकनेक्शन का मुद्दा अभी सुलझा ही नहीं था कि रिलायंस जियो ने भारती एयरटेल, आइडिया सेल्यूलर और वोडाफोन पर आरोप लगाया है कि वे अपने ग्राहकों के मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) के मामले में आनाकानी कर रही हैं.
इस मामले में रिलायंस जियो ने दूरसंचार नियामक ट्राई को एक पत्र भी लिखा है. जियो का कहना है कि इन कंपनियों के ये ग्राहक नई कंपनी की सेवाएं लेना चाहते हैं लेकिन कंपनियां एमएनपी में उनकी मदद नहीं कर रहीं.
यह साफ है कि ऑपरेटर लाइसेंस की शर्तों का जानबूझकर उल्लंघन कर रहे हैं, ट्राई को इन ऑपरेटरों को लाइसेंस के नियमों और दायित्वों का पालन करने निर्देश देना चाहिए, अन्यथा जल्द से जल्द लाइसेंस रद्द की सिफारिश करनी चाहिए.रिलायंस जियो स्टेटमेंट
रिलायंस का कहना है कि 9 से 12 सितंबर के बीच बिना किसी ठोस आधार के ऑपरेटरों ने अर्जियों को खारिज कर दिया. अगस्त के महीने में एयरटेल भारती ने रिलायंस इंडस्ट्री ग्रुप के 4,919 कर्मचारियों और सदस्यों के कॉरपोरेट मोबाइल नंबर बदलने से मना कर दिया था बता दें कि रिलायंस जियो ने पिछले महीने अपने सभी कर्मचारियों से जियो की सर्विस लेने के लिए कहा था.
बाकी कंपनियों से इस बारे में टिप्पणी नहीं मिल सकी है. हालांकि वोडाफोन के एक प्रवक्ता ने कहा,‘ एमएनपी के मुद्दे को ट्राई के साथ बैठक में सुलझा लिया गया था’.
कैसे अपना नंबर रिलायंस जियो में पोर्ट कराएं?
बस आपको ये तीन स्टेप्स फॉलो करने हैं और आपको फ्री इंटरनेट वाला जियो कनेक्शन मिल जाएगा.
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