ADVERTISEMENTREMOVE AD

देश की ये 5 कारें अपना रंग नहीं जमा पाईं, कम बिकने की ये हैं वजहें

हम ज्यादातर बेस्ट सेलिंग कार की बात तो करते हैं,लेकिन आज स्पॉट लाइट उन कारों पर डालेंगे जिनकी कोई बात नहीं करता.

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

एक खराब कार जैसी कोई भी चीज नहीं होती है. हर बिकने वाली कार के पीछे एक मकसद होता है. हां, कुछ कारों के बिकने की वजह बाकी कारों से बड़ी हो सकती है, और हर रेस में, विनर के अलावा एक लूजर भी होता ही है. हम ज्यादातर बेस्ट सेलिंग कार की बात तो करते हैं, लेकिन आज हम स्पॉट लाइट उन कारों पर डालेंगे जिनकी कोई बात नहीं करता, वो कारें जो फिसड्डी साबित हो रही हैं या जिनकी बिक्री लगातार घट रही है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

प्रीमियम मिड साइज सिडान


Chevrolet Cruze

6 महीने में सेल: 780



हम ज्यादातर बेस्ट सेलिंग कार की बात तो करते हैं,लेकिन आज स्पॉट लाइट उन कारों पर डालेंगे जिनकी कोई बात नहीं करता.
फोटो: द क्विंट)

इस सेगमेंट की सबसे कम बिकने वाली कार शेवरले क्रूज है, जो एक वक्त में सबसे ज्यादा बिकने वाली कार हुआ करती थी. लेकिन अब इसकी सेल्स काफी घट गई है. इसकी वजह है कि लोगों को ज्यादा फीचर्स और स्पेस चाहिए.

0

मिड साइज सिडान


Renault Scala

6 महीने में सेल: 105



हम ज्यादातर बेस्ट सेलिंग कार की बात तो करते हैं,लेकिन आज स्पॉट लाइट उन कारों पर डालेंगे जिनकी कोई बात नहीं करता.
(फोटो: रेनॉ)

मिड साइज सिडान कारों में मारुति सियाज पहले नंबर पर है. इसमें होंडा सिटी भी मारुति सियाज के बिलकुल पीछे है. इन कारों की हर महीने 5000 यूनिट्स बिकती हैं. दरअसल, इनमें स्पेस के साथ साथ अच्छी परफॉर्मेंस और कंफर्ट भी होता है.

Renault Scala इस सेगमेंट की सबसे बड़ी कारों में से एक है. हालांकि, दूसरों की तुलना में इसकी सुविधाएं और इंटीरियर डिजाइन कुछ खास प्रभावित नहीं करती. शायद ये एक वजह है जिससे ग्राहकों को लुभाने में ये नाकामयाब रही है.

Fiat Linea की सेल्स भी में भी भारी गिरावट देखी गई है. पिछले 6 महीनों में सिर्फ 305 कारें ही बेची गईं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कॉम्पैक्ट एसयूवी


Mahindra NuvoSport

6 महीने में सेल: 400



हम ज्यादातर बेस्ट सेलिंग कार की बात तो करते हैं,लेकिन आज स्पॉट लाइट उन कारों पर डालेंगे जिनकी कोई बात नहीं करता.
(फोटो: महिंद्रा)

कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट हर साल 30% तक बढ़ रहा है, लेकिन इस सेगमेंट की सभी कारें इसके हिसाब से नहीं बढ़ पा रही हैं.

मारुति की Vitara Brezza और Hyundai Creta तेजी से बिक रही हैं. पिछले 6 महीनों में 58,000 से ज्यादा Brezza और 49,500 से ज्यादा Creta की बिक्री हो चुकी है.

लेकिन महिंद्रा की NuvoSport ग्राहकों को लुभा नहीं पाई. लुक्स में बड़े बदलावों और ज्यादा फीचर्स होने के बावजूद ये लोगों को लुभा नहीं पा रही है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

प्रीमियम हैचबैक


Chevrolet Sail U-VA

6 महीने में सेल: 277



हम ज्यादातर बेस्ट सेलिंग कार की बात तो करते हैं,लेकिन आज स्पॉट लाइट उन कारों पर डालेंगे जिनकी कोई बात नहीं करता.
(फोटो: शेवरले)

प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट लोगों की काफी रुचि है. ये ही वजह है कि पिछले साल के मुकाबले इसकी बिक्री में 28% की बढ़ोतरी देखी गई है. इसमें सबसे ज्यादा पॉपुलर Maruti Swift और Hyundai i20 हैं.

इस सेगमेंट में Chevrolet Sail U-VA का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है. इस कार में कुछ भी खराबी नहीं है, लेकिन खरीदार अधिक स्टाइलिश कारों को पसंद करते हैं. दो साल पहले ये कार चीन में सबसे ज्यादा बिकने वाली हैचबैक कार थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

एंट्री लेवल हैचबैक


Tata Nano

6 महीने में सेल: 2756



हम ज्यादातर बेस्ट सेलिंग कार की बात तो करते हैं,लेकिन आज स्पॉट लाइट उन कारों पर डालेंगे जिनकी कोई बात नहीं करता.
(फोटो: रॉयटर्स)

एंट्री लेवल हैचबैक भारत में सबसे बड़ा पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट है और इसमें Maruti Alto सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों है. पिछले 6 महीनों में इसकी 1,24,610 यूनिट्स बिक चुकी हैं.

जब टाटा नैनो मार्केट में आई तो लगा कि ये सबसे सस्ती कार है और मार्केट में हर आम आदमी की कार बन जाएगी. हालांकि, टाटा ने जिन उम्मीदों से ये कार बनाई वो पूरी नहीं हो पाई. खरीदार नैनो की तुलना में Maruti Alto को खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं, क्योंकि इसमें नैनो की तुलना में ज्यादा स्पेस और दूसरी खूबियां हैं. एक बड़ा कारण नैनो के नहीं बिकने का ये है कि भारत में मिडिल क्लास के लिए कार एक स्टेट्स सिंबल माना जाता है ऐसे में नैनो के बारे में प्रचारित किया जाना की वो सस्ती कार है, निगेटिव इंपैक्ट डालती है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×