रिलायंस जियो के टेलीकॉम मार्केट में एंट्री के बाद से ही दूसरे टेलीकॉम कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. लेकिन इस बार माजरा कुछ और है, वोडाफोन इंडिया लिमिटेड और आइडिया सेल्युलर लिमिटेड ने अपने सबस्क्राइबर खो दिए हैं. ऐसा रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड के आने के बाद से पहली बार हुआ है.
रिलायंस जियो के मार्केट में आने के बाद वोडाफोन-आइडिया का विलय हुआ था, टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक, दोनों कंपनियों ने जुलाई में कुल 37 लाख सबस्क्राइबर खो दिए हैं.
रिलायंस जियो की पकड़ मजबूत
आंकड़े रिलायंस जियो की मजबूती की तरफ भी इशारा कर रहे हैं. रिलायंस जियो के कस्टमर बेस में 52.1 लाख नए यूजर जुड़े हैं, ऐसे में जियो के कुल यूजर्स की संख्या 12.9 करोड़ हो गई है. बता दें कि मुकेश अंबानी की नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस जियो ने पिछले साल सितंबर में 6 महीने की फ्री सेवाओं के साथ शुरुआत की थी.
समीक्षकों का मानना था कि रिलायंस जियो दूसरी कंपनियों से ज्यादा तेजी से कस्टमर्स को जोड़ रही है, लेकिन देश में 4G मोबाइल की कमी के कारण ये रफ्तार धीमी पड़ती दिख रही है. अब TRAI के ये आंकड़े साबित कर रहे हैं कि कंपनी तेजी से कस्टमर्स को जोड़ने में कामयाब हो रही है.
10.8 फीसदी टेलीकॉम यूजर्स JIO के पास
देश के कुल टेलीकॉम यूजर्स में से 10.8 फीसदी यूजर्स रिलायंस जियो के ही पास हैं. वहीं एयरटेल के पास 23.7 फीसदी, वोडाफोन के पास 17.7 फीसदी और बीएसएनल के पास 8.81 फीसदी यूजर्स हैं.
जियो के लॉ़न्च होने के बाद देश की तीन सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियां, एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया सेल्युलर के यूजर बेस में गिरावट आई है.
बता दें कि इन तीनों कंपनियों के रेवेन्यू में फाइनेंशियल ईयर 2016-17 की तीसरी तिमाही में हर यूजर के हिसाब से औसतन 7-9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.
(इनपुट: ब्लूमबर्ग क्विंट)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)