टेस्ला के CEO एलन मस्क ने वॉट्सऐप की प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव के बाद गुरुवार को ट्वीट कर 'सिग्नल' को इस्तेमाल करने के लिए कहा. बता दें कि वॉट्सऐप ने अपने यूजर्स की जानकारी को मूल कंपनी फेसबुक के साथ आगे बढ़ाने और प्रोसेस करने के लिए बदलाव किए हैं.
इससे पहले मस्क ने 'डोमिनो इफेक्ट' मीम भी ट्वीट किया, जिसमें संकेत दिया गया कि अमेरिका की कैपिटल बिल्डिंग में अराजकता और हिंसा के लिए फेसबुक की शुरुआत जिम्मेदार थी.
हालांकि, यह कोई हैरानी की बात नहीं थी क्योंकि मस्क का फेसबुक संस्थापक मार्क जकरबर्ग के साथ सार्वजनिक असहमति का इतिहास रहा है.
बात सिग्नल की करें तो यह एक लोकप्रिय प्राइवेसी-फोकस्ड मैसेजिंग ऐप है, जिसको दुनियाभर के सिक्योरिटी एक्सपर्ट, प्राइवेसी रिसर्चर, शिक्षाविद और पत्रकार बड़ी संख्या में इस्तेमाल करते हैं. एनडीटीवी के मुताबिक, सिग्नल प्रोटोकॉल वॉट्सऐप के एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को भी रेखांकित करता है, हालांकि एक अहम अंतर यह है कि सिग्नल ओपन सोर्स है, जबकि वॉट्सऐप नहीं है.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, करोड़ों भारतीय यूजर्स को वॉट्सऐप की ओर से एक नोटिफिकेशन मिला है, जिसमें उन्हें सेवा की शर्तों और गोपनीयता नीति में बदलावों को स्वीकार करने के लिए कहा गया है. 8 फरवरी तक ऐसा न करने पर यूजर्स के अकाउंट को हटा दिया जाएगा.
अपडेटेड पॉलिसी में लिखा है, “जब आप हमारी सेवाओं को इंस्टॉल करते हैं या इस्तेमाल करते हैं तो वॉट्सऐप को अपनी सेवाओं को संचालित करने, उपलब्ध कराने, सुधारने, समझने, कस्टमाइज करने, सपोर्ट करने और मार्केटिंग की कुछ जानकारी इकट्ठा करनी होती है. हमारी सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले और आपस में बातचीत करने वाले व्यवसायों को अपनी बातचीत की जानकारी हमें देने की जरूरत है.”
वॉट्सऐप की ये नई सेवा शर्तें और गोपनीयता नीति 8 फरवरी से लागू होंगी. मोबाइल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ने कहा है कि वो अपनी सेवाओं को संचालित करने, उपलब्ध करने, सुधारने, समझने, कस्टमाइज करने, सपोर्ट करने और मार्केटिंग में मदद करने के लिए थर्ड-पार्टी सर्विस प्रोवाइडर और अन्य फेसबुक कंपनियों के साथ काम करता है.
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