मॉनसून ने दस्तक दे दी है. जून के आखिरी हफ्ते से बारिश आपकी जिंदगी में एंट्री मार देगा. बारिश में हरियाली और मौसम तो लाजवाब होता ही है लेकिन ये अपने साथ कुछ परेशानियां भी लेकर आता है. ट्रैफिक जाम, सड़कों पर पानी का जमाव, फिसलन और आपकी गाड़ी का फिटनेस टेस्ट. हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं कि कैसे आप मॉनसून से पहले अपनी गाड़ी को तैयार करें.
बस ये टिप्स अपनाइए और बेहिचक अपनी गाड़ी लेकर बारिश के मौसम में निकलिए.
टायरों का खास ख्याल रखें
बारिश के मौसम में आपकी गाड़ी के टायर सबसे अहम होते हैं. कभी भी घिसी हुई टायर के भरोसे न रहें क्योंकि पानी आपके टायर के नीचे जमा होता है और फिसलने का खतरा पैदा हो जाता है. आपकी टायर में कम से कम 1mm का ट्रेड होना चाहिए.
कैसे चेक करें:
एक आसान तरीका है कि एक रुपये के सिक्के को ट्रेड में डालिए और फिर चेक कीजिए कि सिक्के पर जहां साल अंकित है, वहां तक सिक्का छिपता है कि नहीं. अगर नहीं तो बारिश की दस्तक से पहले टायर जरूर बदल लीजिए
विंडशील्ड वाशर लिक्विड
बोनट खोलिए और चेक कीजिए कि कितना लिक्विड वाइपर की टैंक में बचा है. इसे टॉप-अप जरूर करिए. आप लिक्विड बाजार से खरीद सकते हैं या फिर पानी में थोड़ा शैंपू मिलाकर इसमें डाल सकते हैं. डिश-वाश डिटर्जेंट का इस्तेमाल न करें क्योंकि इसके केमिकल आपकी कार के वैक्स कोटिंग को हटा सकते हैं.
वाइपर
गर्मियों में कार के वाइपर का रबर खराब हो जाता है. धूप की वजह से वो फट जाते हैं. इसिलए मॉनसून से पहले अपने कार के वाइपर बदलवा लें. बाजार में इनकी कीमत ज्यादा नहीं है. इससे आपके ड्राइविंग में आसानी होगी और भारी बारिश के दौरान भी आप ठीक से सड़क देख सकेंगे.
वाइपर के खराब रबर आपकी विंगशील्ड पर दाग भी छोड़ सकते हैं. इसलिए इसे बारिश के सीजन से पहले बदल लेना ही बेहतर है.
मड फ्लैप
ऑफिस के लिए तैयार हो गए हैं और सड़क पर बच- बच कर बाइक चला रहे हैं कि कहीं छीटें न पड़ जाएं. और जब ऑफिस पहुंचते हैं तो पता चलता है कि शर्ट पीछे से पूरी गंदी हो चुकी है क्योंकि दूसरों से तो आप बच गए लेकिन खुद की बाइक ने आपकी शर्ट गंदी कर दी.
इससे बचने के लिए दोनों पहियों में मड फ्लैप लगवा लें. बाइक चलाते वक्त न जूते गंदे होंगे और न ही पीछे से शर्ट.
लाइट्स
भारी बारिश में गाड़ी चलाना वाकई मुश्किल होता है. लोग आपकी गाड़ी नहीं देख पाते और आपको भी लोगों की गाड़ी देखने में परेशानी होती है. तो इसलिए अपनी गाड़ी के सारे लाइट्स ठीक करवा लें, फॉग लैंप साफ करवा लें.
बारिश में गाड़ी चलाना
बारिश में ड्राइविंग के वक्त सावधानी बरतनी पड़ती है. सबसे पहले तो इस बात का ध्यान रखिए कि गाड़ी को कम स्पीड पर ही चलाएं इससे आप अपनी कार और बाइक पर बेहतर कंट्रोल कर सकेंगे. ये ख्याल रहे कि ब्रेक ठीक से काम नहीं करेंगे क्योंकि वो गीले हो जाते हैं.
पानी में गाड़ी को उछालना रोमांचित कर सकता है, फोटो भी अच्छी आती है लेकिन ये काफी खतरनाक होता है. अचानक से पानी में कूदना आपकी गाड़ी और बाइक का संतुलन बिगाड़ सकता है, हो सकता है कि पानी इंजन में घुस जाए और शॉट सर्किट हो सकता है.
अगर सामने गड्ढा है और उसमें उतरे बगैर काम नहीं चलेगा तो फिर गियर को कम कीजिए और आरपीएम बढ़ाइए, इससे आपकी गाड़ी में पानी नहीं घुसेगा. 500 mm या डेढ़ फीट के गड्ढे में उतरना कतई बुद्धिमानी नहीं है.
विंडशील्ड पर कोहरा न जमे इसके लिए एसी ऑन कर उसे विंडशील्ड की तरफ कर दें. एसी को फ्रेश एयर मोड में रखें.
मॉनसून की शॉपिंग
अगर आप बाइक चलाते हैं तो कुछ वाटरप्रूफ सामान में पैसे लगाने के ये सही वक्त है. अपने बूट्स के लिए आप कवर खरीद सकते हैं, अगर कार चलाते हैं तो छाता खरीद लीजिए और उन्हें रखने के लिए बड़े पॉली बैग.
कार की कारपेट गीली न हो इसलिए आप उसपर अखबार बिछा सकते हैं. गाड़ी में एक टो रस्सी भी रख लीजिए, अगर कहीं गाड़ी खराब हो गई तो टो कर ले जाने में आसानी होगी. एक स्पेयर बैटरी भी रखें ताकि इमरजेंसी में कॉल कर सकें.
एक वाटर रिपेलेंट स्प्रे जैसे कि वीडी 40 को साथ रखें. अगर इलेक्ट्रिकल प्रॉब्लम होती है तो ये स्प्रे आपके स्पार्क प्लग को सुखाने में मदद करेगा.
कार और बाइक को कैसे बचाएं?
मॉनसून से पहले अपनी बाइक और कार को सर्विस करा लें. सर्विस के वक्त ब्रेक और टायर्स पर ज्यादा जोर दें. वैक्स कोटिंग भी करा सकते हैं इससे गाड़ी में जंग लगने का खतरा नहीं होगा.
सारे ज्वाइंट्स, नट और बोल्ट पर रस्ट रोकने वाला स्प्रे कर दें, गाड़ी से निकाला हुआ तेल इस्तेमाल न करें इससे सिर्फ कचरा जमा होता है. एंटी फंगल पाउडर से गाड़ी की सीट और प्लास्टिक की सफाई कर दें ताकि अंदर बदबू न आए.
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