प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने सैमसंग की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री का उद्घाटन नोएडा में किया. सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की ये फैक्ट्री नोएडा सेक्टर 81 में है. 35 एकड़ में फैले इस मोबाइल फैक्ट्री में हर साल करीब 12 करोड़ मोबाइल फोन के मैन्युफैक्चरिंग का अनुमान है.
उद्घाटन के मौके पर मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन मैन्युफेक्चरर बन चुका है.
पीएम के संबोधन की खास बातें
- दक्षिण कोरिया इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट बनाने में अग्रणी
- भारत में 40 करोड़ मोबाइल, 32 करोड़ ब्रॉडबैंड, 1 लाख ग्राम पंचायतों तक फाइबर नेटवर्क पहुंच गया है
- सस्ते मोबाइल, सस्ता डेटा और तेज इंटरनेट से तेजी आई है
- हर सुविधा ऑनलाइन मिल रही है, 3 लाख कॉमन सर्विस सेंटर हैं, शहरों में फ्री वाईफाई गरीब मध्यमवर्ग को फायदा दे रहे हैं
- GEM से सरकार सीधे खरीदारी कर रही है. डिजिटल ट्रांजैक्शन बढ़ रहा है
- जून में ही लगभग 41 हजार करोड़ रुपए का भीम एप से ट्रांजैक्शन हुआ है
- सैमसंग जैसे ट्रस्टेड ब्रांड को नए अवसर देने के साथ दुनिया के तमाम कारोबारियों को खुला आमंत्रण हैं
- दुनिया के कारोबारियों को भारत में निवेश का फिर खुला निमंत्रण हैं
- 4 साल में मोबाइल फैक्ट्री की संख्या 2 से बढ़कर 120 हुई
- 4 लाख लोगों को रोजगार मिला है. 70 हजार लोगों को सैमसंग ने देश में सीधा रोजगार दिया
- लोकेशन- सेक्टर 81 नोएडा, उत्तर प्रदेश
- एरिया- 35 एकड़
- एक्सपेंशन के बाद हर महीने 1 करोड़ स्मार्टफोन बनाने की कैपेसिटी होगी
- 70 हजार लोग काम करते हैं
- 4,915 करोड़ का निवेश
मोदी-मून ने की मेट्रो की सवारी
फैक्ट्री के उद्घाटन से पहले मोदी और मून इन ने मेट्रो की सवारी की. इस दौरान मेट्रो से यात्रा करने वाले लोग प्रधानमंत्री को अपने बीच पाकर काफी उत्साहित नजर आए.
नई फैक्ट्री में न सिर्फ मोबाइल बल्कि सैमसंग के कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे रेफ्रिजरेटर और फ्लैट पैनल वाले टेलीविजन का प्रोडक्शन भी तकरीबन दोगुना हो जाएगा.
90 के दशक से सैमसंग का भारतीय मार्केट पर है कब्जा
देश में 1990 के दशक की शुरुआत में पहला इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सेंटर स्थापित हुआ जिसमें 1997 में टीवी बनना शुरू हुआ. उसके बाद साल 2005 में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाई गई. लेकिन पिछले साल जून में दक्षिण कोरियाई कंपनी ने 4,915 करोड़ रुपये का निवेश कर नोएडा प्लांट में विस्तार करने की घोषणा की, जिसके एक साल बाद नई फैक्ट्री अब दोगुना प्रोडक्शन के लिए तैयार है.
काउंटर प्वाइंट रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक के मुताबिक, नई फैक्ट्री से सैमसंग बाजार में कम समय में प्रोडक्ट उतारने में सक्षम होगी. पाठक ने कहा, इससे सैमसंग को रिसर्च एंड डेवलपमेंट के जरिये डिवाइस में कुछ लोकल फीचर लाने में मदद मिलेगी.
70,000 लोगों को मिला है रोजगार
सैमसंग के भारत में दो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट, नोएडा और तमिलनाडु के श्रीपेरमबदूर में हैं. इसके अलावा पांच रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर और नोएडा में एक डिजाइन सेंटर हैं. जिनमें 70,000 लोग काम करते हैं. कंपनी ने अपने नेटवर्क को बढ़ाया है और 1.5 लाख रिटेल आउटलेट खोले हैं.
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