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WhatsApp: हम जानते हैं, इस साल आपने भी यही सब किया है...

अगर 2016 में आप भी कई Whatsapp ग्रुप का हिस्‍सा रहे होंगे, तो आपका साल भी कुछ ऐसा ही गुजरा होगा.

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2016: WhatsApp दोस्तों!

ऋचा: दोस्तों, मैं तो बहुत गरीब फील कर रही हूं.

भक्तेश: शट अप! ये देश के भले के लिए है.

बंकिश: तुम मुझ पर हमेशा भरोसा कर सकते हो!

चिंतामणि: अबकी बार. WhatsApp पे हाहाकार...

दोस्तों, अब क्विंट की WhatsApp बातचीत में साल 2016 की बातें देखि‍ए, सिर्फ 3 मिनट में...

शब्द: आकिब रजा खान और नमिता हांडा

एडिटर: मो. इब्राहिम

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