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बरेली की बर्फी रिव्यू: स्वीट मैसेज के साथ दिल जीत लेगी ये फिल्म

फिल्म आसान सी कहानी के साथ जबरदस्त परफॉर्मेंस और कड़क डायलॉग डिलीवरी दर्शकों का दिल जीत लेगी

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निल बटे सन्नाटा के डायरेक्टर अश्विनी अय्यर तिवारी ने एक बार फिर से सिंपल और ईमानदार कोशिश की है. फर्क सिर्फ इतना है कि फिल्म बनाते वक्त बाजार का कुछ ज्यादा ही ध्यान रखा गया है. ये एक स्मार्ट पहल है.

फिल्म की हीरोइन कृति सैनन पहली बार बिना किसी मेकअप के बरेली की बिट्टी के किरदार में दिखाई देती हैं. जो मिठाई की दुकान चलाने वाले पिता (पंकज त्रिपाठी) और स्कूल टीचर मां (सीमा पाहवा) की इकलौती बेटी है. फिल्म में ऐसा कुछ खास नहीं है. लेकिन सीधी-सादी, आसान सी कहानी के साथ जबरदस्त परफॉर्मेंस और कड़क डायलॉग डिलीवरी दर्शकों का दिल जीत लेगी.

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