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BJP विधायक बोले-जब मंत्री हमारी सुनते हैं तो अफसर क्या चीज हैं

उत्तर प्रदेश में विपक्षी पार्टी के नहीं बल्कि बीजेपी के कई विधायक पुलिस अधिकारियों के कामकाज पर सवाल उठा रहे हैं.

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वीडियो एडिटर: विशाल कुमार

यूपी में अफसर नेताओं की नहीं सुन रहे? क्या अपनी ही सरकार से खफा हैं यूपी के विधायक? ये सवाल इसलिए, क्योंकि उत्तर प्रदेश में विपक्षी पार्टी के नहीं बल्कि बीजेपी के कई विधायक पुलिस अधिकारियों के कामकाज पर सवाल उठा रहे हैं. गोरखपुर से बीजेपी के विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल ने भी ट्विटर का सहारा लेकर अधिकारियों द्वारा फोन न उठाने और कार्रवाई ना करने को लेकर अपनी बात रखी है.

गोरखपुर के बीजेपी विधायक आरएमडी अग्रवाल ने अभी हाल ही में ट्वीटर पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए लिखा था कि उन्होंने यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी और यूपी डीजीपी एचसी से बात करने की कोशिश की, लेकिन दोनों ने उनकी कॉल का कोई जवाब नहीं दिया. अग्रवाल ने कहा,

5 - 5 बार अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी और यूपी डीजीपी को फोन कर चुका और उन्हें मैसेज भी कर चुका, लेकिन उन्हें फुर्सत नहीं है. जब बड़े पुलिस अधिकारियों की यह मानसिकता है तो स्वाभाविक रूप से नीचे के अधिकारी तो.....

इसी मुद्दे पर क्विंट ने राधा मोहन दास से बात की. क्विंट ने उनसे ट्विटर पर आने की नौबत क्यों आई और किस मामले में DGP उनकी नहीं सुन रहे थे? इसके जवाब में राधा मोहन दास ने कहा,

मैं अपनी सरकार से नाराज नहीं हूं,लेकिन सार्वजनिक मुद्दों को उठाना मेरा अधिकार है, 25 जून को बीजेपी से जुड़े एक नेता के रिश्तेदार की लखीमपुर में हर्ष फायरिंग में मौत हुई थी, लेकिन 20 दिन से ज्यादा का वक्त बीत गया पुलिस ने आरोपी को नहीं पकड़ा. इसी को लेकर मैंने अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी और यूपी डीजीपी एचसी को कॉल किया, लेकिन जब उन्होंने कॉल नहीं उठाया तो मैंने ट्वीटर के जरिए अपनी बात रखी. फिर उन्होंने कॉल मुझे कॉल बैक किया. ये अपने नागरिकों की लड़ाई लड़ने का तरीका है. अगर अधिकारी हमारी नहीं सुनते हैं तो उन्हें हम सुनाएंगे औ उन्हें सुनाना पड़ेगा.”

जब हमने राधा मोहन दास से पूछा कि क्या यूपी में विधायक VS पुलिस हो रहा है? तो उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि किस विधायक के साथ क्या हो रहा है, लेकिन किसी विधायक के साथ नाइंसाफी होगी और वो अपनी बात रखेगा तो हम सब एकजुट होंगे.

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