महाराष्ट्र के जलगांव में बीजेपी कार्यकर्ताओं के दो गुटों के बीच मारपीट का मामला सामने आया है. बीजेपी कार्यकर्ता तब आपस में भिड़ गए जब महाराष्ट्र के सिंचाई मंत्री गिरीष महाजन एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इस झगड़े में बीजेपी के पूर्व विधायक डी एस पाटिल को एक गुट ने बुरी तरह से पीट दिया.
मारपीट का आरोप जलगांव के जिलाध्यक्ष उदय वाघ और उनके समर्थकों पर लगा है. वीडियो में दिख रहा है कि डी एस पाटिल मंच पर बैठे हैं और उनकी बहस मंच से नीचे कुछ कार्यकर्ताओं से हुई, इसके बाद कहासुनी बढ़ गई और हाथापाई होने लगी.
क्या है पूरा ममला?
दरअसल, चुनाव प्रचार की सभा के बीच उदय वाघ (जो कि जलगांव के बीजेपी जिलाध्यक्ष हैं) ने मंच पर बैठे डी एस पाटिल को मंच से उतारने को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया. देखते ही देखते उदय वाघ समर्थकों की और से अचानक मारपीट शुरू कर दी गई. मंच पर बैठे मंत्री गिरीश महाजन ने मसला सुझाने के कोशिश की लेकिन उन्हें भी वाघ समर्थकों ने नहीं छोड़ा.
बता दें कि जलगांव लोकसभा सीट से पहले बीजेपी ने स्मिता वाघ को अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन पर्चा भरने से पहले ही पार्टी ने उनका टिकट काट दिया. कहा जा रहा है की जिसके बाद से वाघ समर्थक नाराज हैं. हालांकि, अधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है की मारपीट के पीछे की असली वजह क्या है.
...जब बीजेपी सांसद ने अपने ही विधायक पर बरसाए जूते
इससे पहले भी ऐसा ही वाकया यूपी में भी हुआ था. उत्तर प्रदेश के संत कबीरनगर में बीजेपी सांसद और बीजेपी विधायक आपस में भिड़े थे. दोनों की बहस इतनी ज्यादा बढ़ गई कि बीजेपी एमपी ने एमएलए को अपना जूता उठाकर मार दिया. सांसद ने विधायक पर लगातार कई जूते बरसाए. जिसके बाद यहां मौजूद पुलिस बल ने बीच बचाव किया और दोनों नेताओं को एक दूसरे से अलग कर दिया. इस मारपीट का वीडियो खूब वायरल हुआ. ये लड़ाई विकास परियोजनाओं में क्रेडिट लेने को लेकर हुआ था.
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