वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज
कैमरापर्सन: मुकुल भंडारी
नागरिकता संशोधन बिल (CAB) 2019 राज्यसभा में पेश कर दिया गया है. हालांकि केंद्र में सत्तारूढ़ NDA के पास लोकसभा की तरह राज्यसभा में बहुमत नहीं हैं, लेकिन समीकरण सरकार के पक्ष में ही दिख रहे हैं. लोकसभा में सरकार ने बिल आसानी से पास करवा लिया था, जहां बिल के पक्ष में 311 वोट, जबकि इसके खिलाफ 80 वोट पड़े थे.
मौजूदा और संभावित समीकरणों के हिसाब से राज्यसभा की गुत्थी को समझने की कोशिश करते हैं.
245 सांसदों वाली राज्यसभा में फिलहाल 5 सीटें खाली हैं. यानी कुल सांसद हैं 240 और बहुमत का आंकड़ा है 121.
कौन दे सकता है समर्थन?
अगर बात NDA दलों की करें, तो फिलहाल राज्यसभा में उनका संख्याबल ऐसा है:
अगर मनोनीत सदस्यों की बात करें, तो 12 मनोनीत सदस्यों में से 8 फिलहाल BJP के हैं. बाकी 4 मनोनीत सदस्यों में से 3 भी CAB का समर्थन कर सकते हैं. इसके अलावा 4 निर्दलीय भी CAB का समर्थन करके NDA की राह आसान बना सकते हैं.
बात गैर-NDA दलों की
ऐसे में ऊपर दिए गए आंकड़ों को जोड़ दिया जाए, तो कहा जा सकता है कि राज्यसभा में CAB को करीब 128 सदस्यों का समर्थन मिल सकता है, जो कि बहुमत से ज्यादा का आंकड़ा है.
एक केस ये भी!
हालांकि एक सीन ये भी है कि अपने-अपने राज्य की पॉलिटिक्स को ध्यान में रखते हुए JDU और AIADMK वोटिंग से दूर रह सकते हैं. इस स्थिति में 17 सदस्यों के न होने से राज्यसभा का संख्याबल 223 हो जाएगा और बहुमत का आंकड़ा 112 हो जाएगा.
विरोध में कौन?
कांग्रेस की अगुवाई वाले UPA के पास खुद भले कम सांसद हों, लेकिन उसे NDA के विरोधी गैर-UPA दलों का सहारा है. मसलन ममता बनर्जी की TMC, लेफ्ट, समाजवादी पार्टी वगैरह.
इन पार्टियों के अलावा एक मनोनीत सदस्य के भी CAB का विरोध करने की अटकलें लगाई जा रही हैं. लेकिन मौजूदा समीकरणों को देखते हुए नहीं लगता कि सरकार को नागरिकता संशोधन बिल राज्यसभा में भी पास करवाने में कोई दिक्कत आएगी.
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