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कोरोना का कहर: MP से UP तक BJP नेता गिना रहे सरकार की नाकामी

उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश में बीजेपी नेता अपनी ही सरकार के खिलाफ खुलकर सामने आने लगे हैं

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वीडियो प्रोड्यूसर : नमन शाह

वीडियो एडिटर : अभिषेक शर्मा

देश में कोरोना महामारी की हालिया स्थिति में कोई सुधार न दिखने के बाद, कई बीजेपी विधायकों, सांसदों और मंत्रियों ने सरकार की नाकामियों पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है.

उत्तर प्रदेश

उत्तरप्रदेश में बीजेपी विधायक स्वास्थ्य व्यवस्था की फेलियर पर सवाल उठा रहे हैं. योगी सरकार के 25 अप्रैल के उस आदेश के बावजूद, जिसमें ऑक्सीजन की कमी को लेकर ‘अफवाह’ फैलाने वालों की संपत्ति जब्त करने की बात कही गई थी.क

12 अप्रैल को यूपी के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने नौकरशाहों को पत्र लिखकर कहा कि कैसे वो खुद चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था नहीं कर पा रहे थे.

24 अप्रैल को मोहनलालगंज से सांसद कौशल किशोर ने अस्पतालों में संसाधनों के अभाव को लेकर सीएम को पत्र लिखा. कोरोना संक्रमण से कौशल किशोर के भाई की मृत्यु हो चुकी है. उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर ऑक्सीजन की कमी पर बात की.

26 अप्रैल को मेरठ से BJP सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने भी मेरठ के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के बारे में मुख्ययमंत्री को पत्र लिखा.

28 अप्रैल को नवाबगंज से विधायक केसर सिंह गंगवार की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो गई. लेकिन, उनकी मौत के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को लिखा गया एक पत्र वायरल हो गया. 18 अप्रैल के इस पत्र में दिल्ली में एक हॉस्पिटल बेड की मांग की गई थी. कोरोना से जंग हार चुके सांसद के बेटे ने बाद में आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री आवास में किसी ने उनका फोन नहीं उठाया.

गोला गोकर्ण नाथ के बीजेपी विधायक अरविंद गिरी ने 29 अप्रैल को जिला मजिस्ट्रेट को लिखे पत्र में लिखा कि “पिछले 10 दिनों में, ऑक्सीजन की कमी के कारण दो दर्जन दोस्तों समेत सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवा दी. ये जमीनी हकीकत है. ”

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6 मई को कानपुर से बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को लिखे पत्र में कहा कि कानपुर में अधिकांश मौतें वक्त पर इलाज न मिलने की वजह से हुईं.

7 मई को एक और BJP विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र में ऑक्सीजन की कमी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा. पत्र में कहा कि ऑक्सीजन की कमी के कारण यहां कई लोगों की जान चली गई.

8 मई को केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में अपने संसदीय क्षेत्र बरेली में हॉस्पिटल एडमिशन में देरी, चिकित्सा संबंधी सामानों की कालाबाजारी, चिकित्सा अधिकारियों का जवाब न देना, ऑक्सीजन की कमी जैसी समस्याओं की तरफ ध्यान दिलाया.

9 मई को जसराना से बीजेपी विधायक रामगोपाल ‘पप्पू’ लोधी ने एक वीडियो बनाकर सीएम योगी आदित्यनाथ से अपील की कि कोरोना संक्रमित पत्नि को इलाज मुहैय्या कराने में मदद करें.

बस्ती से सांसद हरीश द्विवेदी और भदोही से विधायक दीनानाथ भास्कर ने भी खराब स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ को खत लिखा.

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मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश में भी BJP विधायकों ने राज्य सरकार की कमियों को गिनाते हुए पत्र लिखे हैं.

मैहर से BJP विधायक नारायण त्रिपाठी ने शिवराज सिंह चौहान को लिखे पत्र में कहा कि"प्लीज, मध्य प्रदेश को बचा लीजिए .... अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर नहीं हैं; ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग मर रहे हैं; दवाएं उपलब्ध नहीं हैं"

BJP विधायक रामेश्वर शर्मा ने बैरागढ़ की स्वास्थ्य व्यवस्था पर उनकी चिंता को नहीं सुलझाने पर हड़ताल पर जाने की धमकी दी. पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने भी ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की कालाबाजारी पर सरकार की आलोचना की.

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुरेंद्र लाल पटवा के बेटे और भोजपुर से बीजेपी विधायक सुरेंद्र पटवा ने भी अस्पतालों में कुप्रबंधन पर चिंता जताते हुए स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा. पत्र में पटवा ने लिखा “मेरे विधानसभा क्षेत्र के लिए केवल 30 कोविड बेड आरक्षित हैं,, ये संख्या क्षेत्र की जनसंख्या के लिहाज से काफी कम है. गरीब जनता प्राइवेट अस्पतालों में जाने को मजबूर है’’

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