ADVERTISEMENTREMOVE AD

T20 में लेग स्पिनर्स का बोलबाला? टॉप 10 में से 9 फिरकी गेंदबाज

ये स्पिनर्स खासकर रिस्ट स्पिनर्स टी20 फॉर्मेट में इतने कामयाब कैसे हैं?

Updated
छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद आलम

कैमरा: सुमित बडोला

क्या आपने हाल ही जारी हुई आईसीसी की रैंकिंग लिस्ट देखी. अगर देखी है तो उसमें खासकर गेंदबाजों की लिस्ट पर नजर डालेंगे तो एक पैटर्न नजर आएगा. लिस्ट पढ़िए--- राशिद खान, शादाब खान, कुलदीप यादव, आदिल राशिद, एडम जैम्पा और इश सोढी. ये टी20 फॉर्मेट के टॉप-6 गेंदबाज हैं और इन नामों में कॉमन बात ये है कि ये सभी स्पिनर्स हैं. जी हां, इस वक्त टी20 क्रिकेट में सिर्फ स्पिनर्स और खासकर रिस्ट स्पिनर्स यानी कलाई का प्रयोग करके गेंद डालने वाले गेंदबाजों का बोलबाला है.

ये जो छह नाम मैंने गिनाए उनमें से 5 लेग स्पिनर हैं और एक हैं अपने चाइनामैन कुलदीप यादव. लिस्ट को और लंबा करेंगे तो आपको जानकर हैरानी होगी कि टी20 के टॉप 10 गेंदबाजों में से 9 स्पिनर्स हैं सिर्फ एक मीडियम तेज गेंदबाज फहीम अशरफ को नंबर-7 पर जगह मिली हुई.

लेकिन ये स्पिनर्स खासकर रिस्ट स्पिनर्स टी20 फॉर्मेट में इतने कामयाब कैसे हैं?

बल्लेबाज से दूर टर्न कराते हैं लेग स्पिनर

टी20 फॉर्मेट में छक्कों का खासा महत्व है, जो टीम ज्यादा छक्के मारती है उसकी जीत के ज्यादा चांस होते हैं और लेग स्पिनर्स पर छक्के मारना सबसे कठिन है. क्यों? क्योंकि लेग स्पिनर टर्न के जरिए गेंद को बल्ले से दूर लेकर जाता है.

ज्यादा फ्लैट रहते हैं लेग स्पिनर्स

दूसरा कारण ये है कि टी20 में ज्यादातर लेग स्पिनर्स गेंद को फ्लाइट नहीं करते. लेग स्पिनर्स को हिदायत है कि गेंद को ज्यादा हवा में तैराना नहीं है क्योंकि अगर बल्लेबाज को गेंद उठी हुई दिखी तो वो कदमों का इस्तेमाल करके अच्छा शॉट खेल सकता है. ज्यादातर लेग स्पिनर्स आपको राउंड आर्म गेंदबाजी करते दिखेंगे. इससे उन्हें स्पिन यानी टर्न तो मिलता ही है साथ ही वो गेंद को फ्लैट रख पाते हैं जिससे बल्लेबाज को गेंद के नीचे आकर बड़ा शॉट खेलने का टाइम नहीं मिलता.

ये दो बड़े कारण हैं जो टी20 में लेग स्पिनर को बड़ा हथियार बना रहे हैं. पिछले साल आईपीएल में हमने देखा था कि किस तरह ज्यादा से ज्यादा लेग स्पिनर्स को अपनी टीम के साथ जोड़ने के लिए होड़ मची थी. टेंशन बल्लेबाजों के लिए बड़ी है कि वो इन कलाई के जादूगरों से कैसे निपटेंगे.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×