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हिंदी दिवस विशेष:UPSC परीक्षा हिंदी में कैसे पास करें,टॉपर्स टिप्स

क्यों गिर रहा है UPSC में हिंदी मीडियम का रिजल्ट? हिंदी माध्यम के छात्र क्या करें- क्या न करें?

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पिछले कई सालों से UPSC परीक्षा में हिंदी माध्यम का रिजल्ट बहुत खराब रहा है. शिक्षकों से लेकर छात्रों को जोश खरोश के साथ इस मुद्दे को उठाते रहे हैं औ इसको लेकर कई बार विरोध भी देखने को मिले हैं. 14 सितंबर को हिंदी दिवस के मौके पर हमने बात की 2014 UPSC परीक्षा में हिंदी मीडियम से टॉपर निशान्त जैन से. उनसे जानते हैं कि हिंदी के छात्रों के लिए IAS परीक्षा के लिए टिप्स. साथ उनसे कुछ सवालों के जवाब जानेंगे जैसे कि क्यों गिर रहा है UPSC में हिंदी मीडियम का रिजल्ट? हिंदी माध्यम के छात्र क्या करें- क्या न करें? UPSC में कैसे उठा सकते हैं हिंदी भाषी होने का फायदा? वगैरह.

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क्यों गिर रहा है UPSC में हिंदी मीडियम का रिजल्ट?

एक कारण ये है कि प्रारंभिक परीक्षा में जो CAST का पेपर. उसमें जो कॉम्प्रिहेंशन आता है, उसका खराब हिंदी अनुवाद एक बड़ा कारण है. मुख्य परीक्षा में हिंदी मीडियम वाले कुछ खास ही विषय ले पाते हैं उनके लिए सभी विषय नहीं चल पाते हैं. इसके अलावा भी कई कारण हैं.. जैसे कि हिंदी मीडियम के छात्र भावुक होते हैं और लॉजिक से उतना काम न करके थोड़ा भावनाओं में बहकर काम करते हैं. हिंदी और इंग्लिश में पेपर तो एक जैसा ही होता है, तो पहले अच्छे सोर्स का इस्तेमाल करें.

हिंदी माध्यम के छात्र क्या करें- क्या न करें?

-प्रामाणिक किताबों का इस्तेमाल करें

-बाजार में बिकने वाले नोट्स से बचना चाहिए

-हर विषय की एक एक प्रामाणिक किताब पढ़ें

-ज्यादा किताबें पढ़ने की बजाय 1 किताब को बार-बार पढ़ें,

-अच्छी वेबसाइट्स को फॉलो करें

-इंटरनेट पर बहुत सारा ज्ञान है, जांच परख के पढ़ें

UPSC में उठा सकते हैं हिंदी भाषी होने का फायदा?

UPSC परीक्षा में हिंदी भाषा से मदद मिलती है इसमें कोई दो राय नहीं है. मनोवैज्ञानिकों का भी मानना है कि जो लोग अपनी भाषा में पढ़ते हैं वो ज्यादा अच्छे से चीजों को समझ पाते हैं. इसका फायदा परीक्षा हिंदी वाले छात्रों को निबंध और एथिक्स के पेपर में ज्यादा मिलता है. ऑप्शनल भी आप कोई ऐसा लेते हैं जो भाषाओं से जुड़ा हो तो फायदा मिलता है. हाल के सालों में जो भी छात्र सिलेक्ट हुए हैं उनमें से आधे से ज्यादा का विषय हिंदी साहित्य रहा है. इसके अलावा इतिहास और दर्शनशास्त्र ये वैकल्पिक विषय भी काफी कारगर साबित हुए हैं.

UPSC परीक्षा भी आपने हिंदी में किताब लिखी है?

मैंने हिंदी मीडियम से पूरी पढ़ाई की है और UPSC में भी हिंदी साहित्य में भी मैंने ऑप्शनल लिया था और क्वॉलिफाई किया था. मैंने UPSC की तैयारी पर किताबें भी लिखी हैं. UPSC की तैयारी कैसे करें और रुक जाना नहीं मेरी मोटिवेशनल किताब है.

ड्यूटी के बीच कैसे निकाल लेते हैं लिखने का वक्त?

मुझे लिखने का शौक रहा है. मैं पहले कविताएं लिखा करता था फिर लेख लिखने लगा. मैंने लगातार अपना लिखने का काम जारी रखा है और वीकेंड्स पर अपने मोबाइल में जब भी समय मिलता है मैं लिख लेता हूं. मैं अपने लेखन को बनाए रख पाता हूं.

निशान्त आखिरी में एक और सलाह देते हुए निशान्त कहते हैं कि अपना वैकल्पिक प्लान जरूर बनाएं अगर UPSC में क्वॉलीफाई नहीं भी होते हैं तो क्या करेंगे वो पहले ही सोच लें उसके हिसाब से अपनी तैयारी रखें.

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