वीडियो एडिटर: पूर्णेंदु प्रीतम
गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार 9 जुलाई को भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष के रूप में पांच साल पूरे किए. 2014 में अमित शाह पार्टी अध्यक्ष बनने वाले दसवें शख्स थे. वे बीजेपी के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बने थे.
शाह ने बीजेपी को उन राज्यों में सत्ता दिलाने में ‘चाणक्य’ की भूमिका निभाई, जहां पार्टी स्पष्ट जनादेश हासिल करने में नाकायाब रही.
अरुणाचल प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस के ज्यादातर विधायक नाटकीय रूप से पार्टी से अलग होकर बीजेपी में शामिल हो गए. बिहार में भी नीतीश कुमार महागठबंधन छोड़कर एनडीए में शामिल हो गए. गोवा और मणिपुर में बीजेपी कांग्रेस से कम विधायक होने के बावजूद सरकार बनाने में कामयाब रही.
लेकिन शाह को भी कई बार असफलताओं का सामना करना पड़ा. जैसे दिल्ली में आम आदमी पार्टी के हाथों 67: 3 की हार. पिछले साल मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस ने जीत हासिल की थी.
विवादों में अमित शाह
शाह का नाम कई विवादों से जुड़ा. जैसे जज बीएच लोया की मौत और उनके बेटे जय शाह के स्वामित्व वाली कंपनी के सालाना कारोबार में बड़े पैमाने पर बढ़ोतरी, लेकिन ये सारे विवाद भी बीजेपी के प्रभाव को बढ़ाने के उनके मिशन को नहीं रोक पाए.
2019 लोकसभा चुनाव उनकी सबसे बड़ी जीत थी. बीजेपी ने इस चुनाव में 303 सीटें जीतीं थीं, 1984 के बाद किसी भी पार्टी को इतनी सीट नहीं मिली.
शाह देश के नए गृह मंत्री बनाए गए. 2014 में जब राजनाथ सिंह गृह मंत्री बने थे, तब उन्हें बीजेपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था. लेकिन शाह ने फिलहाल दोनों पद संभाले हुए हैं, ऐसे में वे देश के दूसरे सबसे शक्तिशाली व्यक्ति हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)