हैदराबाद में वेटेरनरी डॉक्टर से गैंगरेप और हत्या के आरोपियों के एनकाउंटर के बाद अलग-अलग राय सामने आ रही हैं. कई लोग इस मामले में हैदराबाद पुलिस की तारीफ कर रहे हैं तो वहीं कई लोगों ने इस एनकाउंटर पर सवाल भी उठाए.
एनकाउंटर को लेकर निर्भया की मां का कहना है कि हैदराबाद पुलिस ने एक नजीर पेश किया है.
आरोपियों ने जिस तरह का क्राइम किया उसको लेकर पुलिस ने बहुत अच्छा काम किया है. जिस तरह से क्रिमिनलों का मन बढ़ा हुआ है वैसे में इस तरह के ही सजा की जरूरत है.आशा देवी, निर्भया की मां
वहीं बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि पुलिस का एक्शन सराहनीय है. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि ऐसे जघन्य अपराध करने वालों को 6 महीने के अंदर फांसी पर लटका देना चाहिए.
जबकी कई लोगों ने एनकाउंटर को कानूनी प्रक्रिया को दरकिनार करने का एक तरीका बताया.
हैदराबाद पुलिस का ये एक्शन स्वीकार्य नहीं है. लोकतंत्र इस तरह से काम नहीं करता है. देश के नियम और कानून होते हैं और पुलिस को उसी के मुताबिक काम करना होता है. अब उनका दावा है कि इन लोगों ने भागने की कोशिश की और इसीलिए उन्हें गोली मार दी गई. आप कैसे किसी को गोली मार सकते हैं? क्योंकि आपके पास एक मैनुअल होता है, जिसे फॉलो करना होता है. अगर कोई भागने की कोशिश करे तो आपने उन्हें घुटनों के नीचे मारते हैं. आपने उस मैनुअल को फॉलो किया या नहीं?बृंदा अडिगे, सामाजिक कार्यकर्ता
पूर्व यूपी डीजीपी विक्रम सिंह का कहना है कि फेक एनकाउंटर्स की अनुमति नहीं दी जा सकती. “अगर ये असली एनकाउंटर है तो हम इसका स्वागत करते हैं लेकिन अगर ये फेक एनकाउंटर है तो इसके पीछे जो लोग हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए”
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