कमलेश तिवारी का परिवार उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर चुका है. परिवार की ज्यादातर शर्ते मान ली गई हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ से बातचीत के बाद संतुष्ट नजर आ रहा परिवार बाद में भड़का हुआ नजर आया. कमलेश तिवारी की मां कुसुमा ने कहा कि वो बिलकुल संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने कहा,
अगर मैं मुख्यमंत्री के आश्वासन से संतुष्ट हो गई होती तो मेरा खून नहीं उबलता
इससे पहले सीएम से मिलने आए कमलेश के परिवारवालों में से एक ने बताया कि ‘जो हम लोग चाहते थे, उससे ज्यादा हमारी मांगें मानी गईं. पुलिस का काम सराहनीय है. सारी मांगें मान ली गई हैं.’
क्या थी परिवार की मांगें...
परिवार ने योगी आदित्यनाथ से मुलाकात तक अंतिम संस्कार न करने की धमकी दी थी. इसके बाद शनिवार को योगी आदित्यनाथ ने साफ किया था कि वे किसी भी वक्त परिवार से मिलने के लिए तैयार हैं. कमलेश तिवारी के बेटे सत्यम तिवारी ने घटना की जांच एनआईए से कराने और घर के दो सदस्यों को सरकारी नौकरी की मांग की थी.
परिवार की सीएम से मुलाकात के बाद भी यह साफ नहीं हो पाया है कि हत्याकांड की जांच एनआईए से कराई जाएगी या नहीं.
हत्या को अंजाम दो लोगों ने दिया था. यह दोनों उनसे मिलने आए थे और साथ में मिठाई का डिब्बा भी लाए थे. इसी डिब्बे में वे हथियार लेकर आए थे. कमलेश तिवारी को पुलिस ने गनर की सुरक्षा भी मुहैया कराई थी.
पर दोनों हत्यारों को कमलेश तिवारी ने अंदर आने की परमीशन दी. तिवारी के साथ उस वक्त उनका बेटा भी मौजूद था. हत्यारों ने उसे कुछ सामान लेने के लिए बाहर भेज दिया और हत्याकांड को अंजाम दिया.
भड़काऊ भाषण के चलते हुई कमलेश तिवारी की हत्या: पुलिस
हत्या को तिवारी के 2015 में दिए भड़काऊ भाषण के चलते अंजाम दिया गया है. तिवारी ने 2015 में पैगंबर मुहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं. इसके बाद देश भर में उनका विरोध हुआ था. पश्चिम बंगाल के मालदा में मुस्लिमों ने एक बहुत बड़ी रैली भी निकाली थी.
वहीं कुछ कट्टरपंथी मौलानाओं ने तिवारी की हत्या की घुली घोषणाएं भी की थीं. घटना के बाद कमलेश तिवारी की गिरफ्तारी हुई थी और उन्हें जेल भेज दिया गया था. फिलहाल वे बेल पर बाहर थे.
साजिशकर्ता गिरफ्तार
शनिवार को उत्तरप्रदेश की डीजीपी ओपी सिंह ने हत्याकांड पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई अहम खुलासे किए. उन्होंने बताया कि हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता समेत तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया. वहीं हत्या को अंजाम देने वाले सभी दो लोग फिलहाल फरार हैं.
पुलिस उनकी लगातार खोज कर रही है. हत्यारे गुजरात के रहने वाले हैं, लेकिन उनका उत्तरप्रदेश से भी संबंध है. मामले में दो दूसरे लोगों को भी हिरासत में लिया गया था. पर उनको पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था.
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