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हमें भीड़तंत्र चाहिए या लोकतंत्र? कन्हैया के वकील राजीव का सवाल

कन्हैया कुमार के वकील राजीव वर्मा पिछली दो पेशियों को एक आतंक के तौर पर याद करते हैं

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23 फरवरी, 2016 को कन्हैया कुमार की न्यायिक हिरासत पर सुनवाई होगी. लेकिन उनके वकील राजीव वर्मा पिछली दो पेशियों को एक आतंक के तौर पर याद करते हैं. राजीव ने क्विंट हिंदी से की खास बातचीत में अब तक के पूरे सिलसिले का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे पटियाला हाउस कोर्ट में वकीलों ने कानून को अपने हाथ में ले लिया.

पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट से रजिस्टर्ड राजीव वर्मा, 12 फरवरी को हुई कन्हैया की गिरफ्तारी के वक्त से ही उसके साथ हैं और आगे भी कन्हैया के केस में उसके साथ रहने की बात करते हैं. कल, 23 फरवरी को पटियाला हाउस कोर्ट में ही कन्हैया की न्यायिक हिरासत को लेकर तीसरी सुनवाई होनी है. इससे पिछली दोनों पेशियां वकीलों के दंगे के चलते स्थगित कर दी गईं. सुप्रीम कोर्ट ने हालांकि कन्हैया कुमार और उनके वकील की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने की बात कही है, लेकिन राजीव इस बात को लेकर आशंकित हैं.

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