पूरे भारत में पीली टैक्सियों पर दोहरी मार पड़ी है. एक तो 2014 में हिंदुस्तान मोटर्स ने अम्बेस्डर कारें बनाना बंद कर दी. दूसरा अोला-उबेर जैसी कंपनियों के आने से इन टैक्सियों पर भारी मार पड़ी है. ये पीली अंबेस्डर टैक्सियां अब सड़कों पर नहीं सिर्फ एक कोने में खड़ी दिखाई देती हैं.
ये टैक्सियां खासकर कोलकाता की पहचान हुआ करती थीं. इसी पहचान को वापस लाने और इन पीली टैक्सियों की हालत दर्शाने के लिए कोलकाता के एक पंडाल इनको सजाया गया. बेलीघटा 33 पल्ली क्लब में द्वारा बनाए इस पंडाल में इन टैक्सियों की यादों का ताजा किया गया.
(इनपुट्स: ANI)
वीडियो एडिटर: शशांत कुमार
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