आरजेडी चीफ लालू यादव का नाम आते ही हाजिर जवाब होने के साथ-साथ एक तेज तर्रार, अनुभवी नेता की छवि दिमाग में उभरती है. अपने अंदाज के कारण बिहारियों की पहचान बनने वाले लालू यादव आलोचनाओं के बावजूद इससे अलग नहीं हुए.
लालू का हर अंदाज है जुदा
2015 में बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक रैली में लालू ने कहा- “मोदीजी ठीक से बोलो नहीं तो गले की नस फट जाएगी.” उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के उस भाषण की नकल की जो पीएम ने आरा में बिहार को स्पेशल पैकेज का ऐलान करते वक्त दी थी. इसके जरिए उन्होंने पीएम को उनके किए गए वादे की याद दिलाई थी.
एक बार लालू ने कहा था, “हेमा मालिनी मेरी फैन है तो मैं उनका एयर कंडीशनर हूं.” हेमा मालिनी को लेकर ही उनका एक और बयान चर्चित रहा है. उन्होंने कहा था कि हम बिहार की सड़कों को हेमा मालिनी के गालों की तरह मुलायम बना देंगे.
साल 2012 में रिटेल में एफडीआई के लिए लोकसभा में बहस के दौरान अपने चिर-परिचित अंदाज में आरजेडी चीफ ने बीजेपी पर कटाक्ष किया. विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज को संबोधित करते हुए लालू जी ने कहा- “मोहब्बत में तुम्हें आंसू बहाना नहीं आता, बनारस में आकर बनारस का पान खाना नहीं आता”
इसके जवाब में स्वराज ने कहा- “आपको गांठें खोलना नही आता और मसखरी के अलावा कुछ बोलना नहीं आता”
11 जून 1948 को जन्मे, बिहार के 2 बार मुख्यमंत्री रहे, रेल मंत्रालय संभाल चुके और बिहार में 'महागठबंधन' की धुरी बने लालू यादव के 71वें जन्मदिन पर क्विंट लेकर आया है 'लाफ्टर थेरेपी'. वीडियो में लालू यादव के और भी कई निराले अंदाज आपको जरूर गुदगुदा देंगे. वो एक मसखरे की तरह अपने बोलने के अंदाज से आपको हंसाते भी दिखेंगे तो अपनी राजनीतिक कूटनीति से आपको चौंका भी देंगे.
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