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दूसरे डोज की खोज: “हम 5 दिन से वैक्सीन के लिए धक्के खा रहे”

45 से ज्यादा उम्र वाले लोगों को अब दूसरे डोज के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है

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वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा

केंद्र सरकार से वैक्सीन के पर्याप्त डोज की आपूर्ति नहीं हो रही. जिसके कारण सभी राज्य में वैक्सीनेशन की मुहिम धीमी पड़ गई है. 1 मई से 18 से 44 उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू करने से वैक्सीन की किल्लत और बढ़ गई है. इसीलिए 45 से ज्यादा उम्र वाले लोगों को अब दूसरे डोज के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. ऐसे में क्विंट हिंदी ने मुंबई के चेंबूर इलाके में एक वैक्सीन सेंटर पर इन बुजुर्गों की परेशानियों को समझने की कोशिश की.

वैक्सीनेशन सेंटर के बाहर सुबह से भीड़ लगना शुरू हो जाती है. Co-win और आरोग्य सेतु एप पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य हो गया है. लेकिन ज्यादातर बुजुर्ग वॉक-इन पद्धति पर ही निर्भर रहते है.

सुबह 6 बजे से 73 साल की ग्रेसी डेविड कोवैक्सीन के दूसरे डोज की प्रतीक्षा में हैं. पहले डोज के बाद उन्हें अगले तारीख का कूपन दिया गया था लेकिन वैक्सीन की कमी के कारण अब उनको रजिस्ट्रेशन के लिए कहा जा रहा है. आंखों के आंसू पोछते हुए ग्रेसी पुरी तरह से हताश वैक्सीनेशन सेंटर के फुटपाथ पर थकी हारी बैठी थी.

‘मुझे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए कह रहे है. लेकिन में  ऑनलाइन कैसे करूं? मेरे पास तो मोबाइल ही नहीं है.”
ग्रेसी डेविड

68 साल की सुरेखा दलवी दूसरे डोज के लिए चक्कर लगा रही है. उन्हें हाई डायबिटीज और ब्लड प्रेशर है. एक बार ऑपरेशन भी हो चुका है. 22 मार्च को घाटकोपर के राणे अस्पताल में कोवैक्सीन का पहला डोज लिया था. लेकिन अब वो सेंटर ही वैक्सीन की कमी के कारण बंद हो चुका है. ऐसे में बिना रेजिस्ट्रेशन के उन्हें दूसरा डोज नसीब नहीं हो रहा. सुरेखा बताती है कि, 'पहले के सेन्टरवालों ने एक सर्टिफिकेट देकर राजावाड़ी या मां अस्पताल जाने को कहा. यहां आने पर बुकिंग के बिना दूसरा डोज देने को मना कर रहे है.

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इसी तरह एक सेंटर के बाहर लगभग 500 से 600 लोगों की भीड़ लगी हुई थी. भीड़ पर काबू पाने के लिए अस्पताल ने पुलिस के साथ निजी बाउंसर्स भी तैनात कर रखे थे. फिर भी खराब नियोजन व्यवस्था के कारण सेंटर पर अफरा तफरी मची हुई थी. घंटो की प्रतीक्षा के बाद भी लोग खाली हाथ वापस लौट है थे.

बता दे कि पिछले मंत्रिमंडल की बैठक में महाराष्ट्र सरकार ने दूसरे डोजवालों को प्राथमिकता मिले इसलिए 18 से 44 उम्र के लोगों के वैक्सिनेशन पर रोक लगा दी है. क्योंकि राज्य में कोवैक्सीन के दूसरे डोज के लिए चार लाख और कोविशिल्ड के लिए 16 लाख के करीब लोग प्रतीक्षा में हैं.

साथ ही बीएमसी ने मुंबई में 3:3 का फार्मूला लागू कर दिया है. जिसके तहत सोमवार, मंगलवार और बुधवार को कोवैक्सीन के दूसरे डोज के लिए बिना रजिस्ट्रेशन टिका लगेगा लेकिन अगले तीन दिन यानी गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा. अब तो केंद्र सरकार ने भी कोविशील्ड की दूसरी डोज में अंतर बढ़ाते हुए 12 से 15 सप्ताह कर दिया है. जिससे वैक्सीन सेंटर्स पर लग रही भीड़ कम होने की उम्मीद है.

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