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वीडियो | रेप को लेकर मोदी के ये बयान भी चर्चा में रहे थे

अपने पहले संसद संदेश में पीएम ने कहा था कि नेताओं को बलात्कार की घटनाओं पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 अप्रैल को कठुआ गैंगरेप और उन्नाव रेप केस पर आखिरकार चुप्पी तोड़ ही दी. इन दोनों मामलों ने देश को झकझोर कर रख दिया है. पीएम ने कहा कि पिछले 2 दिन से जो घटनाएं चर्चा में हैं, वो सभ्य समाज के लिए शर्मनाक हैं. उन्होंने कहा कि हम शर्मसार हैं, इस मामले में कोई भी अपराधी नहीं बचेगा, पूरा न्याय होगा.

हालांकि प्रधानमंत्री बनने से पहले और बाद में रेप की घटनाओं पर पीएम नरेंद्र मोदी प्रतिक्रिया देते आए हैं. प्रधानमंत्री बनने से पहले रेप पर पीएम मोदी ने कहा था कि रेप की घटनाओं को लेकर हम संवेदनहीन नहीं हो सकते. 2014 में मोदी ने कांग्रेस को निशाने पर लिया था.

पीएम बनने के बाद लालकिले से अपने पहले भाषण में उन्होंने कहा था कि मां-बाप अपने बेटों को महिलाओं का सम्मान करना सिखाएं. उन्होंने ‘विजन ऑफ इंडिया’ साझा किया था. अपने पहले संसद संदेश में भी उन्होंने चेतावनी वाले लहजे में कहा था कि नेताओं को बलात्कार की घटनाओं पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.

बता दें, कठुआ और उन्‍नाव की वारदात के मसले पर विपक्ष ने पीएम की चुप्पी को लेकर उन्हें निशाने पर लिया था. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केस पर कहा था कि पीएम मोदी की चुप्पी मंजूर नहीं है. उन्‍होंने पीएम से सवाल भी पूछा था कि आप महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर क्या सोचते हैं?

पीएम के संबोधन की खास बातें

  • पिछले दो दिन से जो घटनाएं चर्चा में हैं,सभ्य समाज के लिए शर्मनाक हैं
  • देश के निर्माताओं के सामने सिर झुक गया है, हम शर्मसार हैं
  • कोई अपराधी बचेगा नहीं, न्याय होगा और पूरा होगा
  • उन बेटियों को न्याय मिलकर रहेगा, हम सबको मिलकर ठीक करना होगा
  • गुनहगारों को सख्त से सख्त सजा मिले, भारत सरकार कोई कोताही नहीं छोड़ेगी.

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