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CBSE हो या SSC, सिस्टम फेल है, क्वेश्चन पेपर ‘ON SALE’ है...

CBSE, SSC, UPPCL, बिहार दरोगा बहाली में पेपर लीक का मामला सामने आया है.

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लीक, लीक, लीक...

एक के बाद एक... हर एग्जाम पेपर लीक हो रहा है..

सिस्टम फेल है...क्वेश्चन पेपर ON SALE है.

सीबीएसई दफ्तर के बाहर खड़े छात्रों की आवाज सुनिए जरा. उनके हाथों की तख्तियों को देखिए. उनके चेहरे की हताशा पढ़िए. पहले सीबीएसई पेपर लीक की खबरें आती हैं लेकिन बोर्ड इन्हें अफवाह करार दे देता है. बाद में जब व्हॉट्सएप यूनिवर्सिटी से लेकर सोशल मीडिया तक पेपर घूम जाते हैं तो अचानक सीबीएसई की आंख खुलती है.

28 मार्च को सीबीएसई के 10वीं मैथ्स का पेपर होता है, स्टूडेंट्स एग्जाम के बाद  घर लौट कर अभी अपना स्ट्रेस दूर करते उससे पहले ही उन्हें पेपर लीक की खबर मिल गई. सिर्फ10वीं ही नहीं बल्कि 12वीं के इकोनॉमिक्स का पेपर भी लीक हो जाता है.

फिर आनन-फानन में पेपर रद्द कर दिए जाते हैं. एक झटके में 12वीं का इकनॉमिक्स और 10वीं मैथ्स का इम्तेहान देने वाले लाखों छात्रों के साथ खिलवाड़ कर दिया जाता है. जिम्मेदारी निभाने में नाकाम, बोर्ड रहता है, सजा बच्चों को दी जाती है.

लेकिन लीक की ये कहानी, सिर्फ सीबीएसई की तो नहीं...

बीते कुछ वक्त में पेपर लीक की लकीर इतनी बार और इतनी तरह से पीटी गई है कि ये भरोसा होना लगभग नामुमकिन हो गया है कि कोई परीक्षा बिना पेपर लीक के पूरी भी हो सकती है.

SSC याद है या भूल गए. मत भूलिएगा. क्योंकि ये करीब दो लाख छात्रों की मेहनत और भविष्य का सवाल है.

CBSE और SSC ही क्यों

उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड की परीक्षा में बैठने वाले छात्रों का क्या कसूर था जहां सॉफ्टवेयर की मदद से खेल किया गया. यूपीपीसीएल के जूनियर इंजीनियर की परीक्षा में पेपर लीक की बात भी सामने आई. ऑनलाइन एग्जाम सॉल्व कराने के नाम पर बाकायदा गैंग बनाकर लाखों रुपये वसूले जा रहे थे.

या NEET-PG के छात्र जिनका निजी डेटा ही लीक कर दिया गया.

देशभर के 1 लाख 29 हजार MBBS डॉक्टर्स का जो डेटा नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBE) के पास सुरक्षित रहना चाहिए था, वो प्राइवेट कॉलेजों के पास कहां से आ गया? ये डेटा उन डॉक्टर्स का है, जिन्होंने मेडिकल कॉलेजों में पीजी में दाखिले के लिए 7 जनवरी को NEET दिया था.

बिहार में 11 मार्च को सब इंस्पेक्टर पद के प्रश्न पत्र लीक होने की बात सामने आई. हजारों छात्रों को प्रदर्शन के बदले में पुलिस के डंडे मिले.

राजस्थान में सरकार सिपाही भर्ती परीक्षा में धांधली नहीं रोक पाई, परीक्षा रद्द करनी पड़ गई.

परीक्षा पर चर्चा में क्या बोले पीएम मोदी?

प्रधानमंत्री ने कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम किया. खास बोर्ड एग्जाम देने जा रहे बच्चों के लिए. पीएम मोदी ने छात्रों को तनाव मुक्त रहने के लिए कहा था, “फोकस करना है तो डी-फोकस करना सीख लीजिए.”

सही कहा सर, सारे बच्चे सीख गए हैं...डीफोकस करना. क्योंकि जब एक के बाद एक एग्जाम पेपर लीक होंगे तो वैसे भी इस देश के छात्र फोकस करें तो करें कैसे.

पहले स्कूल-कॉलेजों में पढ़ें, फिर ट्यूशन-कोचिंग-सेल्फ स्टडी की नदी में कूदें और जब पेपर अच्छा होने पर बेहतर भविष्य के सपने बुनने लगें तो कोई न कोई एजेंसी आकर ऐलान कर दे कि भैया, आपका पेपर तो लीक हो गया था.

फिर क्या करेंगे आप...स्टडी रूम से निकलकर सड़कों पर चीखने, चिल्लाने और अपने कीमती वक्त को यूं जाया कर देने के सिवा क्या करेंगे.

देश डिजिटल हो रहा है

देश डिजिटल हो रहा है, अच्छी बात है. लेकिन इस डिजिटल होते देश में सेंधमारी न हो इसको लेकर छात्र सोचेंगे या एग्जाम कराने वाली संस्थाएं? केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक बहुत पते की बात कही, वीडियो देखें-

प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पेपर लीक होने की खबरों से उन्हें काफी दुख हुआ है,

मैं खुद भी एक पैरेंट हूं, इसलिए छात्रों और उनके अभिभावकों के दर्द को मैं समझ सकता हूं.

सर, अच्छा लगा जानकर कि आपको चिंता है. लेकिन इस चिंता को जाहिर करने में आपने बहुत वक्त लगा दिया. वैसे देर अभी भी नहीं हुई है. इस देश के लाखों छात्र और उनके मां-बाप एक नहीं कई रातों से ठीक से नहीं सो पा रहे...प्लीज, प्लीज...उन्हें ये भरोसा दिलाइए कि अब जब उनके बच्चे कोई एग्जाम देंगे तो उन्हें पेपर लीक का डर नहीं सताएगा.

ये भी पढ़ें- CBSE पेपर लीक की खबर के बीच वो सवाल जो आप बोर्ड से पूछना चाहते हैं

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