वीडियो एडिटर- वरुण शर्मा
"हम हैं पहलवान, हम जानते हैं पटक देना. जो काम करवाएगा, उसको वोट देंगे, जो नहीं करवाएगा, उसको पटक देंगे." ये कहना है राजस्थान के अलवर के पहलवान उस्मान खान का. उस्मान पहली बार चुनाव में वोट डालने वाले हैं.
बता दें कि हम अपनी चुनावी यात्रा के दौरान राजस्थान के चिकाणी पहुंचे, जहां सड़क किनारे एक खुले मैदान में कुछ लड़के कुश्ती करते नजर आए. हमने जब उनसे मुलाकात की, तो उन्होंने एक के बाद एक, कई समस्याओं के बारे में बताया.
हमने सोचा कि जब बात चुनावी दंगल की हो रही है, तो क्यों न हम भी अखाड़े में उतर जाएं. इन पहलवानों ने खुद को दो खेमे में बांट लिया. एक कांग्रेस, तो दूसरा बीजेपी. खेल का अखाड़ा चुनावी अखाड़ा बन गया.
पहलवानों के पास अखाड़ा तक नहीं
उस्मान खान बताते हैं कि खिलाड़ियों के पास न तो कोई खास सुविधा है, न ही उनके पास अखाड़े के लिए कोई जगह ही है.
‘’हम तो खेतों में प्रैक्टिस करते हैं. ये जमीन भी दूसरे की है. सरकार की तरफ से खिलाड़ियों को कुछ भी मदद नहीं मिली है. स्टेडियम 15 किलोमीटर दूर अलवर शहर में है. वहां भी मैट की सुविधा नहीं है.’’
11वीं में पढ़ने वाले अकरम खान पहलवान बताते हैं कि उनके इलाके में कॉलेज नहीं है. उन्होंने कहा, "यहां गांव में तो प्राइवेट कॉलेज है, सरकारी कॉलेज अलवर में है. 15 किलोमीटर दूर अलवर जाना पड़ता है. बिजली तो ठीक-ठाक आती है, लेकिन पानी की समस्या है. सड़कें भी कच्ची हैं.”
यहां खेल वाले दंगल में बीजेपी और कांग्रेस के बीच मैच भले टाई रहा हो, लेकिन आने वाले राजस्थान चुनाव में मैच दोनों के लिए ही मुश्किल भरा है.
बता दें कि 7 दिसंबर को राजस्थान विधानसभा के 200 सीटों के लिए चुनाव होने हैं, जिसके नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे.
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