ADVERTISEMENTREMOVE AD

मुंबई में बोले हार्दिक, ‘संविधान से मजाक बर्दाश्त नहीं’

क्विंट से खास बातचीत में बोले हार्दिक पटेल - हमें जागने की जरूरत है

छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

मुंबई में 'संविधान बचाओ रैली' को लेकर विपक्षी दलों के नेता एकजुट हुए. इस रैली में शामिल होने के लिए गुजरात में पाटीदार अनामत आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल भी पहुंचे. हार्दिक पटेल ने क्विंट हिंदी से हुई खास बातचीत में कहा कि उनकी लड़ाई गलत लोगों के खिलाफ है. पटेल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि गलत नीतियों की वजह से देश डूब रहा है.

मेरी लड़ाई गलत लोगों के खिलाफ है. ये लड़ाई उन लोगों के खिलाफ है जो देश को नोंचने का काम कर रहे हैं. उनकी गलत नीतियों की वजह से देश डूब रहा है. पिछले तीन सालों में मोदीजी की गलत नीतियों की वजह से देश का जो नुकसान हुआ है, वो दुख की बात है.
हार्दिक पटेल

हार्दिक पटेल ने बातचीत के दौरान जस्टिस लोया की मौत और सुप्रीम कोर्ट के चार जजों की बगाबत पर भी बात की. उन्होंने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने जिस तरह से लोकतंत्र को खतरे में बताया है, इसके बाद हम सभी को जागने की जरूरत है. इस मुद्दे पर सोचने समझने की जरूरत है. संविधान पर मजाक बर्दाश्त नहीं हो सकता.'

रैली से पहले एनसीपी नेता शरद पवार, जेडीयू के बागी नेता शरद यादव, सीपीआई नेता डी राजा, गुजरात में पाटीदार अनामत आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी और कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे ने बैठक की.

ये मुलाकात महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विखे पाटिल के आवास पर हुई. एनसीपी के नेता प्रफुल्ल पटेल और डीपी त्रिपाठी के साथ पूर्व सांसद राम जेठमलानी भी इस बैठक में शामिल हुए.

कुछ समय पहले ही बीजेपी का साथ छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए नानाभाऊ पटोले ने भी क्विंट हिंसी से विशेष बातचीत में कहा कि-

देश के लिए संविधान जरूरी है और कुछ लोग इसे तोड़ने में लगे हैं और ये रैली उन लोगों के खिलाफ है.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

'संविधान बचाओ रैली' को 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले BJP विरोधी दलों की एकजुटता के तौर पर देखा जा रहा है. BJP की महाराष्ट्र इकाई ने भी ‘तिरंगा यात्रा' का आयोजन किया था.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×