वीडियो एडिटर: प्रशांत चौहान
भारत-चीन तनाव को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सरकार पर सवाल उठाए हैं. क्विंट से बातचीत में थरूर ने पूछा कि ‘मोदी सरकार ने चीन को रोकने के लिए क्या कदम उठाए?’
थरूर का कहना है कि LAC पर हो रही हलचल पर अमेरिका और रूस ने भी चिंता जाहिर की है, ऐसे में पीएम मोदी की इसपर चुप्पी 'अजीब' है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने LAC पर चीनी सेनिकों की ज्यादा मौजूदगी की बात कबूली, लेकिन पीएम मोदी की तरफ से इसपर कोई बयान नहीं आया है.
“2014 में मोदी जी ने कहा था- ‘हम चीन को लाल आंख दिखाएंगे’, लेकिन अब कुछ और हो रहा है.”शशि थरूर, कांग्रेस सांसद
कांग्रेस सांसद ने कहा कि डिप्लोमेसी बंद दरवाजों के पीछे की जाती है, लेकिन देश के लोगों को ये आश्वस्त करने की जरूरत है कि चीन की हरकतों को एक उचित तरीके से निपटाया जा रहा है. थरूर ने कहा, “डिप्लोमेसी मीडिया या सोशल मीडिया के माध्यम से नहीं की जाती.” सांसद का कहना है कि ये टकराव 1976 के बाद से सबसे खराब दिखाई दे रहा है.
बता दें कि लद्दाख में सिक्किम सीमा पर नौ मई को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. उसके बाद से लद्दाख में तनातनी जारी है. इस दौरान दोनों देशों ने एलएसी पर सैनिकों की तैनाती भी बढ़ाई है. अब चीनी सेना के 2 किमी और भारतीय सेना के 1 किमी पीछे हटने की खबर सामने आई है.
थरूर का कहना है कि हो सकता है कि कोरोना वायरस के दुनियाभर में प्रसार के बाद चीन पर इसे छिपाने को लेकर लगे आरोपों के बाद चीन अकेला महसूस कर रहा हो और अब अपनी ताकत दिखा रहा हो. थरूर ने कहा कि हमारी सेना और डिप्लोमेसी में हालात संभालने की काबिलियत है, लेकिन मजबूत नेतृत्व की जरूरत है.
थरूर ने चीनी सामान के बहिष्कार पर कहा कि इसका कुछ असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि भारतीय मार्केट में चीन का काफी प्रभाव है.
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