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शिमला में पानी की किल्लत, स्‍थानीय लोग बोले- यहां घूमने न आएं

पानी की किल्लत को देखते हुए लोगों ने टूरिस्ट से शिमला न आने की गुहार लगाई

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शिमला के लोग चाहते हैं कि टूरिस्ट कुछ वक्त तक शिमला न आएं. हिमाचल प्रदेश में पानी की किल्लत बढ़ने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

शिमला में हफ्तों से पानी के नल सूखे पड़े हैं. लोगों को पीने के पानी के लिए लंबी-लंबी लाइनों में लगना पड़ रहा है.

पानी की  किल्लत को देखते हुए  लोगों ने टूरिस्ट से शिमला  न आने की गुहार लगाई

दरअसल, शिमला के पास पानी का अपना कोई स्रोत नहीं है. आधे से ज्यादा शहर की पानी की आपूर्ति गुम्मा क्षेत्र से होती है. वहीं से शिमला कैचमेंट सेंक्चुअरी से पानी शिमला तक पानी पहुंचता है.

पानी की किल्‍लत की वजह से शहर के लोगों में भारी नाराजगी है.

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टूरिस्ट के आने के सीजन में हर दिन के हिसाब से शिमला में करीब 45 मिलियन लीटर पानी की खपत होती है. हालांकि शहर में पानी की उपलब्‍धता सिर्फ 23 मिलयन लीटर ही है. पानी को लेकर ये परेशानी शिमला के लिए बड़ी है.

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पानी की  किल्लत को देखते हुए  लोगों ने टूरिस्ट से शिमला  न आने की गुहार लगाई
टूरिस्ट सीजन में हर दिन के हिसाब से शिमला में करीब 45 मिलियन लीटर पानी की खपत होती है.
फोटो:ANI
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'शिमला न आएं'

पानी की बढ़ती किल्लत को देखते हुए शिमला के लोग टूरिस्ट से शिमला न आने की गुहार लगा रहे हैं. कई लोगों ने ये भी कहा कि अगर टूरिस्ट अपना पानी खुद लेकर आते हैं, तो इस किल्लत में थोड़ी कमी आ सकती है.

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बिजनेस भी मुश्किल

शिमला में पानी की किल्लत की खबरों की वजह से होटलों की बुकिंग कैंसिल की जा रही है, जिससे होटलों को भारी नुकसान हो रहा है. बिजनेस को देखते हुए कई होटल प्राइवेट वॉटर सप्लायरों से पानी ले रहे हैं, लेकिन फिर भी पानी किल्लत कम होती नजर नहीं आ रही है.

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शिमला के कई लोगों ने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए शिमला की वॉटर अथॉरिटी को अपनी दिक्कतें बताने की कोशिश की, तो कई लोगों ने अथॉरिटी पर अपना गुस्सा निकाला.

शिमला के लोगों को बताया गया था कि ये दिक्कत रविवार (27 मई) तक सुलझा ली जाएगी, लेकिन अब भी परेशानी बनी हुई है.

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