बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह बुधवार को शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे से मिलकर दोस्ती में आई दरार दूर करने की कोशिश करेंगे.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने क्विंट से खास बातचीत में बताया कि अमित शाह ने ही उद्धव ठाकरे से मिलने का वक्त मांगा था.
दोनों नेताओं के बीच ये मुलाकात कितनी अहम है इसका इसी बात से अंदाज लगाया जा सकता है कि पिछले ही हफ्ते दोनों पार्टियों ने एक दूसरे के खिलाफ पालघर में उपचुनाव लड़ा है और इसमें बीजेपी की जीत हुई, शिवसेना दूसरे नंबर पर रही.
वैसे “संपर्क फॉर समर्थन” अभियान के तहत बीजेपी अध्यक्ष बुधवार को मुंबई में रहेंगे. इस अभियान में वो सरकार के कामकाज का ब्योरा देते हैं, जाहिर है अपने सहयोगी दल के प्रमुख को भी वो मोदी सरकार के अब तक के कामकाज और उपलब्धियों की लिस्ट सौंपेंगे.
शिवसेना कई बार कह चुकी है वो 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएगी. इसलिए भी अमित शाह और उद्धव ठाकरे की मुलाकात पर सबकी नजर होगी.
बीजेपी और शिवसेना के बीच इस वक्त खासी तल्खी है और क्विंट संवाददाता रौनक कुकड़े से बातचीत में संजय राउत के जवाबों से ऐसा ही महसूस हुआ.
अमित शाह से मुलाकात में उद्धव ठाकरे के क्या तेवर रहेंगे ये समझने के लिए इंटरव्यू का वीडियो देखना जरूरी है.
“शाह को मिलने का समय दिया गया”
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उद्धव ठाकरे से मिलने का समय मांगा था. उन्हें कल शाम 7:30 बजे का समय दिया गया है. दोनों नेता बात करेंगे. इस मुलाकात को लेकर हमारा कोई एजेंडा नहीं है. उनका (बीजेपी) एजेंडा क्या है ये उनको मालूम होगा.संजय राउत, सांसद शिवसेना
माना जा रहा है कि नाराज चल रही साथी शिवसेना को 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के साथ लाने के लिए ये मुलाकात हो रही है.
इस पर संजय राउत ने कहा-
क्या वो हमें साथी मानते हैं? राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जो निर्णय हुआ है हम उसी के साथ हैं. “हमारा दिल शेर दिल है, मोम का नहीं है जो पिघल जाए”. हम अपने एजेंडे के साथ हैं.संजय राउत
बीजेपी नेता सुधीर मुंगंटीवार के मुताबिक ठाकरे से शाह की ये मुलाकात पार्टी के देशव्यापी ‘समर्थन के लिए संपर्क' अभियान के तहत हो रही है. इसका महाराष्ट्र में पालघर और भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीटों पर हाल में हुए उपचुनाव से कोई लेना देना नहीं है. ये 2019 के चुनावों को लेकर संपर्क की एक कोशिश है.
बीजेपी नेता के मुताबिक, शिवसेना अध्यक्ष के साथ-साथ शाह समाज के विभिन्न वर्गों से करीब 15-20 लोगों से मुलाकात करेंगे. मोदी सरकार के 4 साल का कार्यकाल पूरा करने पर बीजेपी ने 2019 लोकसभा चुनावों की तैयारियों के लिए ‘समर्थन के लिए संपर्क' कार्यक्रम की शुरुआत की है.
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