"मीडिया का काम समाचार पहुंचाना है, लोक शिक्षा का है, समाज और सरकार में कुछ कमियां हैं तो उनको सामने लाने का है. मीडिया का जितना अधिकार आलोचना का है, उतना ही बड़ा दायित्व सकारात्मक खबरों को सामने लाने का भी है."
जून के महीने में मुंबई में एक कार्यक्रम में पीएम मोदी (PM Narendra Modi) की कही ये बात मेरे जेहन में घर कर गई. फिर मैंने सरकार की 'कुछ' कमियों को बताने के साथ-साथ नौकरी की कमी, बेरोजगारी (Unemployment) जैसे मुद्दे के बीच भी 'सकारात्मक खबर' ढूंढ़ लिया.
राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में सरकार ने बताया है कि केंद्र सरकार के कई विभागों मे करीब 10 लाख पद खाली हैं. अब मेरी सकारात्मकता देखिए. आप कहेंगे इतने पद खाली हैं फिर कैसी सकारात्मक? बताइए? लेकिन मैं कहूंगा.. आप इसे ऐसे देखिए.. ये पद खाली भले ही हों, लेकिन भरे तो जा सकते हैं न? मतलब नौकरी ही नौकरी. मतलब दुख भरे दिन बीते रे भैया.. अब सुख आयो रे.. अब 'इतना' सुख मिलेगा तो हम पूछेंगे जरूर जनाब ऐसे कैसे?
दरअसल, राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय कार्मिक लोक शिकायत राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने संसद को बताया कि केंद्र सरकार में अलग-अलग विभागों में 9,79,327 पद खाली हैं. जितेंद्र सिंह ने Expenditure Department की Pay Research Unit की सालाना रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि एक मार्च 2021 तक केंद्र सरकार में ग्रुप 'A' में 23,584 पोस्ट खाली हैं, ग्रुप 'B' में 1,18,807 और 'C' में 8,36,936 पद खाली हैं.
जून 2022 में बढ़े बेरोजगारी दर
चलिए आपको अब देश के बेरोजगारों का हाल बताते हैं. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (CMIE) के आंकड़ों से पता चलता है कि देश की बेरोजगारी दर यानी Unemployment Rate जून में बढ़कर 7.8 फीसदी हो गई है, जो पिछले महीने में 7.1% थी. शहर से ज्यादा गांव में बेरोजगारी का असर देखने को मिला है. भारत के ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी दर बढ़कर 8.03% हो गई है.
अब आपको 'कुछ कमी' और दिखाते हैं
जून 2022 के भारत के लेबर से जुड़े आंकड़े बेहद निराशाजनक हैं. 1 करोड़ 30 लाख लोगों ने नौकरी खो दी है. मई में रोजगार का आंकड़ा 40 करोड़ से घटकर 39 करोड़ हो गया है. देश में जब लॉकडाउन भी नहीं लगा है उस दौरान रोजगार में यह सबसे बड़ी गिरावट है. वहीं अप्रैल और मई 2022 के दौरान रोजगार में 8 मिलियन की वृद्धि हुई थी. लेकिन मई में रोजगार में हुई बड़ी गिरावट ने इस अप्रैल में हुए फायदा को मिटा दिया है. जून में रोजगार पिछले 12 महीने यानी जुलाई 2021 के बाद से सबसे कम है.
चलिए अब आपको कुछ 'सकारात्मक' खबर दिखाते हैं. मतलब कहां-कहां पोस्ट वैकेंट हैं. मतलब कहां-कहां नौकरी की उम्मीद बाकी है. अगर आप टीचर हैं और नौकरी की तलाश में हैं तो आपको ये खबर पॉजिटिव दिखेगी..
देश भर के सेंट्रल स्कूल में 12,000 से ज्यादा टीचिंग पोस्ट और 1,332 नॉन-टीचिंग पद भी खाली हैं. वहीं नवोदय विद्यालयों में 3,000 से ज्यादा टीचिंग पोस्ट खाली हैं.
पढ़ाई लिखाई से एक बात और याद आई. प्रोफेसर टाइप वैकेंसी का इंतजार कर रहे लोगों को भी बता दें कि शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष सरकार ने संसद को बताया कि 44 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में लगभग 19,000 टीचिंग पोस्ट में से 6,500 से ज्यादा फैकल्टी की पोजीशन खाली हैं, जिनमें से 3,669 रिजर्वड कैटेगरी के हैं. मंत्रालय ने संसद को यह भी बताया कि देशभर के सेंट्रल यूनिवर्सिटी में 22 कुलपतियों के पद भी खाली हैं.
अग्निवीरों का क्या होगा?
अब ले चलते हैं आपको उस स्कीम की तरफ जिसकी वजह से बिहार से लेकर यूपी जल उठा था. अग्निपथ स्कीम.
अग्निपथ स्कीम के तहत चार साल के लिए सेना में जवानों की भर्ती का फैसला तो सरकार ने कर लिया लेकिन आपको बता दें कि भारतीय सेना में कुल 1,16,464, भारतीय नौसेना में 13,597 और भारतीय वायु सेना में 5,789 पोस्ट खाली हैं.
अब अगर देशभर की पुलिस फोर्स की बात करें तो यहां भी पद खाली हैं. पॉजिटिव भाषा में कहूं तो जॉब्स ओपनिंग है. ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट के आंकड़ों के अनुसार पुलिस की स्वीकृत संख्या 26,23,225 है, वास्तविक संख्या 20,91,488 है और 1 जनवरी, 2020 तक 5,31,737 पद खाली पड़े हैं. इनमें सबसे ज्यादा पद यूपी में खाली हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस में करीब एक लाख पद खाली हैं.
हालांकि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग को 40 हजार पदों पर भर्तियां 31 दिसंबर, 2023 तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए हैं. अब ये कैसे और कब पूरा होगा ये भी देखना है.
दूसरी तरफ समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए) स्कीम के लिए फंड तय करने वाली शिक्षा मंत्रालय की प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की बैठकों में हुई चर्चा के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 1.26 लाख से अधिक पद खाली हैं.
मध्य प्रदेश में एक लाख से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली
नौकरी की चाहत रखने वाले चाहें तो मध्यप्रदेश की तरफ भी देख सकते हैं. संसद में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि मध्य प्रदेश में शिक्षकों के 1,01,963 पद खाली हैं.
एक और राज्य है बिहार, जहां बीजेपी-जेडीयू सत्ता में साथ है, वहां करीब 1 लाख 87 हजार शिक्षकों के पद खाली हैं.
कांग्रेस जहां सत्ता में वहां भी बेरोजगारी
जो कांग्रेस बीजेपी को बेरोजगारी पर घेरती रहती है वो राजस्थान मे बेरोजगारी पर खामोश दिखती है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी की रिपोर्ट के मुताबिक बेरोजगारी दर में 29.8 प्रतिशत के साथ राजस्थान दूसरे नंबर पर है.
हरियाणा टॉप पर- बेरोजगारी में
हरियाणा, जिसके मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अग्निपथ स्कीम वाले अग्नीवीरों को नौकरी देने का दावा कर रहे थे, उनका राज्य बेरोजगारी दर के मामले में टॉप पर है. हरियाणा में बेरोजगारी दर 30.6 प्रतिशत है. असम में 17.2 फीसदी, जम्मू-कश्मीर में 17.2 फीसदी और बिहार में 14 फीसदी बेरोजगारी दर है.
इन आंकड़ों के बीच ये भी जान लीजिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकारी विभागों और मंत्रालयों को अगले डेढ़ साल में 'मिशन मोड' पर 10 लाख लोगों की भर्ती करने के लिए कहा है. मतलब 2024 के चुनाव से पहले तक नौकरी मिलने की उम्मीद है.
देखा, हमने तो आपको जॉब वैकेंसी की सकारात्मक खबर भी दिखा दी और सरकार की 'कुछ' कमियां भी बता दी, अब देखना है सरकार इन कमियों को दूर करती है या नहीं. और अगर नहीं करे तो आप पॉजिटिव होकर पूछिएगा, जनाब ऐसे कैसे?
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